By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 08, 2020
डूंगरपुर। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन ने रविवार को कहा कि राजधानी में कोविड-19 का तीसरा दौर चरम पर है और मामलों की संख्या देखकर लगता है कि यह अब तक का सबसे बुरा चरण है। मंत्री ने कहा कि सरकार ने दिल्ली के अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों के लिये बिस्तरों की संख्या बढ़ा दी है, लेकिन होटलों और बैंक्वेट हॉल की सेवाएं लेने की अभी कोई योजना नहीं है। त्योहारी मौसम और बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। शुक्रवार को दिल्ली में पहली बार कोविड-19 के 7,000 से अधिक मामले सामने आए। शनिवार को शहर में बीते चार महीने में सबसे अधिक 79 रोगियों की मौत हुई।
राजस्थान के डूरंगपुर की आधिकारिक यात्रा पर आए जैन ने कहा कि कोविड-19 का पहला चरण 23 जून जबकि दूसरा दौर 17 सितंबर के आसपास चरम पर पहुंचा था। जैन ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 का तीसरा दौर चरम पर है। मामलों की संख्या से प्रतीत होता है कि यह अब तक का सबसे बुरा दौर है। लेकिन जल्द ही मामलों में कमी आनी शुरू हो जाएगी। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण का पहला मामला एक मार्च को सामने आया था, जब इटली से लौटा पूर्वी दिल्ली का एक कारोबारी इससे संक्रमित पाया गया था।
मंत्री ने कहा कि मामलों में वृद्धि की वजह तेजी से जांच किया जाना और संक्रमितों का पता लगाना है। उन्होंने कहा कि लोगों द्वारा बरती जा रही लापरवाही मामलों में तेज वृद्धि का एक प्रमुख कारण है। जैन ने कहा कि कुछ लोगों को लगता है कि अगर वे मास्क नहीं पहनेंगे तो भी उन्हें कुछ नहीं होगा। वे गलत सोच रहे हैं। जब तक कोविड-19 रोधी टीका तैयार नहीं हो जाता, तब तक मास्क ही एकमात्र दवा है।