By रेनू तिवारी | Jun 03, 2023
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने तथा एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 280 हो गई और दुर्घटनास्थल पर बचाव अभियान पूरा हो गया है। हादसे में अब तक 280 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है और 900 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है। बचाव कार्य जारी है।
कोरोमंडल एक्सप्रेस त्रासदी
ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना के अनुसार, एक अन्य मालगाड़ी भी शामिल थी, जिससे यह ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना हो गई। टक्कर बालासोर जिले के बहानागा रेलवे स्टेशन के पास हुई। जैसे ही यह खबर इंटरनेट पर आई, कई अभिनेताओं ने अपनी संवेदना व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया और प्रशंसकों से जरूरतमंद लोगों के समर्थन में आगे आने के लिए कहा है।
सितारों ने जताया शोक
सलमान खान ने लिखा, "दुर्घटना के बारे में सुनकर वास्तव में दुख हुआ, भगवान मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करें, इस दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना से घायलों और परिवारों को रक्षा और शक्ति प्रदान करें।"
रेलवे ने ओडिशा में हुए भीषण ट्रेन हादसे की उच्चस्तरीय जांच शुरू कर दी है, जिसकी अध्यक्षता दक्षिण-पूर्वी प्रखंड के रेलवे सुरक्षा आयुक्त करेंगे। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। रेलवे सुरक्षा आयुक्त नागर विमानन मंत्रालय के अधीन काम करता है और इस प्रकार के सभी हादसों की जांच करता है। भारतीय रेलवे के एक प्रवक्ता ने शनिवार को कहा, ‘‘एसई (दक्षिण-पूर्वी) प्रखंड के सीआरएस (रेलवे सुरक्षा आयुक्त) ए एम चौधरी हादसे की जांच करेंगे।’’ रेलवे ने बताया कि रेलगाड़ियों को टकराने से रोकने वाली प्रणाली ‘कवच’ इस मार्ग पर उपलब्ध नहीं है।
ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 261 हो गई। इस हादसे में 900 से अधिक यात्री घायल हुए हैं। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हादसा किस वजह से हुआ, लेकिन सूत्रों ने संकेत दिया है कि इसका संभावित कारण सिग्नल में गड़बड़ी होना है।
भारतीय रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने कहा, ‘‘बचाव अभियान पूरा हो गया है। हम अब बहाली प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। इस मार्ग पर कवच प्रणाली उपलब्ध नहीं थी।’’ रेलवे अपने नेटवर्क में ‘कवच’ प्रणाली उपलब्ध कराने की प्रक्रिया में है, ताकि रेलगाड़ियों के टकराने से होने वाले हादसों को रोका जा सके।