नयी दिल्ली। तरलता की बेहतर स्थिति तथा निवेशकों की उत्साहवर्धक प्रतिक्रिया के चलते कंपनियों ने इस साल अबतक आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिये करीब 25,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि 2021 में भी आईपीओ बाजार मजबूत रहने की उम्मीद है। समीक्षाधीन अवधि में आईपीओ बाजार की गहराई बढ़ी है और विविध क्षेत्रों की कंपनियां बाजार में उतरी हैं। अब फार्मा, दूरसंचार, आईटी और वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनियां भी आईपीओ बाजार में उतर रही हैं। शेयर बाजारों के पास उपलब्ध आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि 2020 में 12 आईपीओ के जरिये करीब 25,000 करोड़ रुपये जुटाए गए हैं।
2019 के पूरे साल में 16 आईपीओ के जरिये 12,362 करोड़ रुपये जुटाए गए थे। 2018 में 24 कंपनियों ने आईपीओ से 30,959 करोड़ रुपये जुटाए थे। इस साल यानी 2020 में अबतक कंपनियों ने आईपीओ से 25,000 करोड़ रुपये जुटाए हैं। यह आंकड़ा अभी और बढ़ेगा क्योंकि बर्गर किंग का 810 करोड़ रुपये का आईपीओ दो दिसंबर को खुलने जा रहा है।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि इस साल आईपीओ के जरिये पिछले वर्ष की तुलना में अधिक राशि जुटाई गई है। इसकी प्रमुख वजह है कि अर्थव्यवस्था में गिरावट के बावजूद कंपनियां और खुदरा निवेशक प्राथमिक बाजार को लेकर रुचि दिखा रहे हैं। इसके अलावा कंपनियां अनिश्चितताओं की वजह से भी अपनी आगे की जरूरतों के लिए पूंजी जुटाना चाहती हैं।