By दिनेश शुक्ल | Apr 02, 2020
इंदौर। मध्यप्रदेश में तेजी से फैल रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए रेलवे के इंदौर और महू में आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए 80 कोच तैयार किए जा रहे है। इसके अलावा रेलवे तीन मंजिला छात्रावास को भी तैयार करवा रहा है, जिनके 33 कमरों में आइसोलेशन वार्ड बनाया जा सकेगा। जल्द ही इसे प्रशासन को दिया जाएगा। रेलवे स्लीपर और अन्य कोचेस में आइसोलेशन वार्ड बना रहा है। मध्य प्रदेश की व्यवसायिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में अभी तक कोरोना संक्रमितों के सबसे अधिक मामले सामने आए है।
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पश्चिम रेलवे रतलाम मंडल के सीनियर पीआरओ जितेंद्र कुमार जयंत के अनुसार इंदौर में 50, महू में 20 और रतलाम में 10 कोचेस को आइसोलेशन वार्ड के लिए तैयार किया जा रहा है। पश्चिम रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार रेलवे की तैयारी है कि एक कोच में दो लोगों को रखा जाएगा। हालांकि मेडिकल टीम जैसा निर्णय लेगी, वैसा रेलवे तैयारी करके दे देगा। यह पुराने स्लीपर कोच होगें जिसकी बीच की सीट हटा दी जाएगी ताकि एक मेडिकल वार्ड के रूप में कोई दिक्कत न हो। इन स्लीपर कोचों को महू में कोचिंग डिपो में आइसोलेशन वार्ड में परिवर्तित किया जा रहा है। जितेन्द्र कुमार जयंत ने बताया कि इसके अलावा इंदौर स्थित रेलवे के छात्रावास को जिला प्रशासन को रेलवे ने सौंप दिया है, उसमें 33 कमरें है। जिनका उपयोग कोरेनटेन आइसोलेशन वार्ड के लिए किया जा सकेगा। इसके अलावा रतलाम में आरपीएफ बैरक और उज्जैन में होली डे होम को भी पश्चिम रेलवे आइसोलेशन वार्ड के रूप में सौंपने जा रही है। जिसमें इंदौर छात्रावास के 33 वार्ड मिलाकर कुल संख्या 120 वार्ड की होगी।
वही पश्चिम मध्य रेलवे भोपाल मंडल भी कोरोना संक्रमण को देखते हुए इसी तरह के प्रयास शुरू करने जा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार यहाँ भी भोपाल स्थित कोच फैक्ट्री में रेलवे स्लीपर कोच से ऐसे ही आइसोलेशन वार्ड तैयार किए जाएगें। साथ ही पश्चिम मध्य रेलवे भोपाल मंडल ने इसको लेकर तैयारियाँ शुरू कर दी है। इसके अलावा रेलवे अपने कर्मचारीयों को कोरोना संक्रमण से बचने के उपाय लगातार जारी रखे हुए है।