By प्रेस विज्ञप्ति | Jun 24, 2022
मथुरा वृन्दावन से सम्बन्धित विभिन्न परियोजनाओं पर विचार-विमर्श एवं निर्णय हेतु एक उच्च स्तरीय बैठक आज नितिन गडकरी के आवास पर सम्पन्न हुई। उक्त बैठक में योगी आदित्यनाथ, अश्विनी वैष्णव, सर्वानन्द सोनेवाल, जी किशन रेड्डी उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त जयवीर सिंह भी प्रतिभाग किया गया। बैठक में मथुरा-वृन्दावन से सम्बन्धित परियोजनाओं का प्रस्तुतीकरण अवनीश अवस्थी अपर मुख्य सचिव गृह एवं धर्मार्थ कार्य एवं शैलजाकान्त मिश्र उपाध्यक्ष उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद, मथुरा द्वारा किया गया। उक्त बैठक में ब्रज चौरासी कोस परिक्रमा मार्ग के विकास के स्वरूप के ऊपर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ।
तय किया गया कि परिक्रमा मार्ग को दो लेन एवं चार लेन जहां जैसी भूमि उपलब्ध हो के आधार पर विकसित किया जायेगा। परिक्रमा मार्ग में पक्की सड़क के साथ-साथ कच्ची पटरी विकसित किया जायेगा, जिससे कि श्रृद्धालु पैदल परिक्रमा कर सकें। कच्चे पथ के ऊपर घास का रोपड भी किया जायेगा, जिससे कि गर्मियों में सुविधा जनक तरीके से परिक्रमा की जा सके। दूसरी परियोजना मथुरा-वृन्दावन, गोवर्धन बाईपास बनाये जाने की है, जिस पर कि शीघ्र डी.पी.आर. बनाई जायेगी।
यह परियोजना उ०प्र० ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा प्रस्तुत ब्रज तीर्थ पथ परियोजना एवं गोवर्धन कनेक्ट परियोजना का एकीकृत रूप है। जैंत गांव से वृन्दावन पहुंचते हुए जी के दूसरे तट पर वृन्दावन से मथुरा एवं मथुरा से गोकुल, गोकुल से वापस नेशनल हाईवे को रिफाइनरी के पास जोड़ा जायेगा। इस पथ में स्थान-स्थान पर ब्रिज बनाकर दर्शानार्थियों को बिहारी जी, द्वारिकाधीश आदि जगहों पर पहुंचने का मार्ग उपलब्ध कराये जाने की योजना है। इस परियोजना में दो जगह यमुना नदी पर ब्रिज बनाये जाने का प्राविधान है, जो कि 6 लेन आकार के होंगे। ताकि भविष्य रोड़ के चौडीकरण किये जाने पर ब्रिज उपयुक्त साबित हो। दूसरी ओर छटीकरा से गोवर्धन होते हुए गोवर्धन ड्रेन की दोनो पटरियों का प्रयोग करते हुए हिन्दुस्तान कॉलेज के पास नेशनल हाईवे को कनेक्ट किया जायेगा, जिससे कि आगरा से आने वाले श्रृद्धालु सीधे गोवर्धन पहुंच सकेंगे, और गोवर्धन से बिना मथुरा में प्रवेश किये आगरा एवं कानपुर की ओर जा सकेंगे, जिससे मथुरा में यातायात दबाव को कम करने में सुविधा हो सकेगी।
मथुरा- वृन्दावन रेल मार्ग परियोजना पर विचार-विमर्श किया गया। माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव द्वारा अवगत कराया गया है कि इस परियोजना पर कार्य हेतु मण्डल रेल प्रबन्धक आगरा के यहां गति शक्ति यूनिट स्थापित कर दी गई वह शीघ्र ही मथुरा- वृन्दावन लाईट रेल बनाये जाने के लिए डी.पी.आर. बनाने का कार्य करेगी। यह परियोजना लगभग रु.1000.00 करोड़ की होगी। इससे श्रृद्वालु बिना ट्रेफिक जाम से सुगमता से मथुरा से वृन्दावन आ-जा सकेंगे। इसमें नोडल अधिकारी मण्डल रेल प्रबन्धक, आगरा होंगे, जो उ०प्र० ब्रज तीर्थ विकास परिषद के साथ सामन्जस स्थापित कर योजना पर कार्य करायेंगे
वृन्दावन से गोकुल तक जलमार्ग विकसित करने हेतु परियोजना पर विचार-विमर्श किया गया। श्री सर्वानन्द सोनेवाल, मा0 मंत्री पत्तन जहाज रानी एवं जल मार्ग द्वारा अवगत कराया गया कि मंत्रालय वृन्दावन से गोकुल तक जयति बनाने का कार्य करने हेतु सहमत है, परन्तु नौका एवं उसके संचालन का काम प्रदेश सरकार को करना होगा। मा० मुख्यमंत्री जी द्वारा अनुरोध किया गया है कि वृन्दावन, गोकुल जन मार्ग की एक समेकित इन्टीग्रेटिड डी.पी. आर. मंत्रालय द्वारा बना दी जाये, और उसके उपरान्त यथा आवश्यक कार्य विभिन्न मंत्रालय द्वारा किये जा सकें।
श्री जी किशन रेड्डी मा0 मंत्री पर्यटन एवं संस्कृति भारत सरकार से उपाध्यक्ष उ०प्र० ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा अनुरोध किया गया है उ०प्र० ब्रज तीर्थ विकास परिषद द्वारा चन्द्रसरोवर गोवर्धन, रसखान समाधि महावन पर एक-एक ओपन एयर थियेटर बनाया गया है। इसके साथ ही गीता शोध संस्थान वृन्दावन में एक हजार फीट का कोडिटोरियम बनाया गया है। इन स्थानों को संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के वार्षिक कलेन्डर पर लेकर प्रत्येक वर्ष दो-दो समारोह आयोजित किये जाने उपयुक्त होंगे इससे से ब्रज क्षेत्र में आने वाले श्रद्वालुओं को ब्रज संस्कृति एवं लीला स्थलों से परिचित कराया जा सकेगा। माननीय मंत्री जी द्वारा इस पर सहमति व्यक्त की गई।
बैठक में वृन्दावन के अन्दर धनघोर ट्रेफिक जाम से निजात पाने हेतु छोटी इलेक्ट्रिक बसे चलाये जाने पर विचार किया गया। यह इलेक्ट्रिक बस अधिकतम 15 सीट की होगी, जिससे कि सम्पूर्ण वृन्दावन में सुगमता से चल सके। इलेक्ट्रिक बस वृन्दावन के दोनों ओर स्थित पार्किंगों पर उपलब्ध होगी। जहां से श्रृद्वालुओं को लेकर सम्पूर्ण वृन्दावन में भ्रमण कर सकेगी। मा० मंत्री जी द्वारा उक्त परियोजना पर कार्य किये जाने हेतु आश्वासन दिया गया।