By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 26, 2017
बेंगलुरू। वीरशैव: लिंगायत को अलग धर्म का दर्जा दिए जाने के मुद्दे पर मतभेद बढ़ने के बीच कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आज कहा कि वह किसी धर्म को विभाजित करने का कोई प्रयास नहीं कर रहे हैं। उन्होंने उत्तरी कर्नाटक के हुबली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं धर्म को विभाजित करने का प्रयास नहीं कर रहा हूं। उनके पांच (मंचों) ने ज्ञापन दिया है। मैंने पांच याचिकाओं को (राज्य के) अल्पसंख्यक आयोग को भेज दिया।’’
वीरशैव: लिंगायत समुदाय मुख्य रूप से उत्तरी कर्नाटक में है और वह राजनीतिक रूप से प्रभावशाली रहा है। उन्होंने कहा कि वीरशैव महासभा का कहना है कि वे अलग धर्म चाहते हैं और यह वीरशैव-लिंगायत धर्म होना चाहिए वहीं लिंगायत का कहना है कि वे सिर्फ लिंगायत धर्म चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे क्या करना चाहिए, आप बताइए? सरकार के रूप में, जिस प्रकार उन्होंने जिम्मेदारी के साथ ज्ञापन सौंपे हैं, मैंने उन सभी को अल्पसंख्यक आयोग को भेज दिया।'