By अनुराग गुप्ता | Mar 11, 2022
देहरादून। उत्तराखंड एक बार फिर से भगवामयी हो गया है। 70 सीटों वाली विधानसभा में भाजपा को 47 सीटों पर जीत मिली है। जबकि कांग्रेस को 19 सीटों से ही संतोष करना पड़ा है और 4 सीटें अन्य के खाते में दर्ज हुई हैं। इन चुनावों में मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को खटीमा से तो पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को लालकुआं से करारी शिकस्त मिली है। जिसके बाद मुख्यमंत्री धामी ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इसी के साथ ही भाजपा में एक बार फिर से 'कौन बनेगा मुख्यमंत्री' को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
विधायकों की बैठक में होगा फैसला
इसी बीच भाजपा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक का बयान सामने आया। जिसमें उन्होंने बताया कि विधायकों की बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का फैसला होगा। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, भाजपा सांसद ने बताया कि हमने उत्तराखंड में उस मिथक को तोड़ा है, जिसमें लोग कहते थे कि एक बार भाजपा आएगी और एक बार कांग्रेस आएगी। किसी को इतनी अपेक्षाएं नहीं थीं कि इतना जनसमर्थन हमें मिलेगा। 47 सीटें कम नहीं होती हैं। खासकर उस पार्टी के लिए जिसकी सरकार चल रही हो और फिर वह पार्टी पूर्ण बहुमत लेकर आए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गरीबों के कल्याण के लिए काम किया है। ऐसे में विधायकों की बैठक में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का फैसला होगा। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि पुष्कर सिंह धामी के चुनाव हार जाने के बाद मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे भाजपा के वरिष्ठ नेता सतपाल महाराज हैं। इनके अलावा रमेश पोखरियाल निशंक, अजय भट्ट, अनिल बलूनी और धन सिंह रावत का नाम चल रहा है।