By Anoop Prajapati | Nov 05, 2024
इसी महीने होने जा रहे महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल बहुत तेज हो गई है। जैसे-जैसे मतदान की तारीख पास आ रही है वैसे ही यह रंग और भी ज्यादा गहरा होता जा रहा है। महाराष्ट्र में चुनाव एक फेज में 20 नवंबर को होगा और 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी। इसी बीच सभी दल अपने उम्मीदारों की घोषणा करने में जुटे हैं। महाराष्ट्र के चुनाव के साथ झारखंड में भी चुनाव होना है। ऐसे में देखना होगा कि महाराष्ट्र में चुनाव का क्या असर रहता है और पार्टियां किस तरह से अपनी तैयारी करती है।
इस चुनावी महौल को देखते हुए हम आपको पल-पल की खबरें देने की कोशिश में जुटे हुए हैं। इसी के तहत चिंचवड़ विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र – 205 महाराष्ट्र राज्य विधान सभा के 288 निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है । यह पुणे जिले का एक निर्वाचन क्षेत्र है। लोकसभा और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र परिसीमन आदेश, 2008 के अनुसार निर्वाचन क्षेत्रों की संरचना के अनुसार, चिंचवड़ निर्वाचन क्षेत्र में पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम के वार्ड संख्या 38 से 51, 53, 67 से 73 और 91 से 95 शामिल हैं। इसके बीच राज्य की चिंचवड़ सीठ से भाजपा ने अपने वर्तमान विधायक अश्विनि जगताप को फिर से मैदान में उतारा है।
यह विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र मावल लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है। जहाँ से भारतीय जनता पार्टी के अश्विनी लक्ष्मण जगताप इस विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक हैं। इस निर्वाचन क्षेत्र का अंतिम विधायक लक्ष्मण पांडुरंग जगतप थे, जिन्होंने 2009 में स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में और 2014 विधानसभा चुनाव में भाजपा उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की थी। मौजूदा विधायक के निधन के कारण उपचुनाव करवाए गए। जिसके बाद उनकी पत्नी अश्विनी जगतप ने इस सीट से जीत हासिल की।
आखिर क्या कहते हैं जातीय आंकड़े?
सामान्य श्रेणी में आने वाली चिंचवड़ सीट पर 2019 के आंकड़ों के मुताबिक 4 लाख 38 हजार 006 वोटर हैं। इस सीट पर एससी-एसटी वोटरों का महत्वपूर्ण रोल रहता है। यहां एससी-एसटी वोटर 90 हजार के करीब हैं। इसके अलावा इस सीट पर मुस्लिम की संख्या की 20 हजार के करीब है।
2024 के समीकरण
चिंचवड़ विधानसभा सीट पर जगताप परिवार का ही बोलबाला रहा है। 2009 में लक्ष्मण पांडुरंग जगताप ने स्वतंत्र लड़ते हुए इस सीट से जीत हासिल की थी। उसके बाद वो बीजेपी में शामिल हो गए। 2014 का चुनाव भी उन्होंने बीजेपी से लड़ा और जीत हासिल की। इसके बाद 2019 में भी उन्हें टिकट दिया गया। 2023 में उनका निधन हो गया। जिसके बाद उपचुनाव में इसी परिवार के अश्विनी लक्ष्मण जगताप ने जीत हासिल की।