By अंकित सिंह | Jan 09, 2022
गोवा विधानसभा चुनाव के लिए भी तारीखों का ऐलान हो गया है। तारीखों के ऐलान के साथ ही राज्य में आचार संहिता भी लागू हो गया है। गोवा में वर्तमान में भाजपा की सरकार है। हालांकि माना जा रहा है कि इस चुनाव में उसे तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी से कड़ी चुनौती मिल सकती है। लेकिन कुछ राजनीतिक विश्लेषकों का दावा यह भी है कि कहीं ना कहीं इस विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का पलड़ा कांग्रेस पर भारी है। इन सबके बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गोवा के प्रभारी पी चिदंबरम ने बड़ा बयान दिया है। पी चिदंबरम ने कहां की गोवा विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए किसी भी पार्टी के समर्थन को स्वीकार करने के लिए तैयार है।
इसका मतलब साफ है कि कांग्रेस ने इस बात के संकेत दे दिए है कि अगर चुनाव में भाजपा को हराना है तो पार्टी कहीं ना कहीं गठबंधन के लिए तैयार है। इसके साथ ही अगर चुनाव बाद कुछ परिस्थितियां बनती है तो भी भाजपा सरकार के खिलाफ गठबंधन बनाने में कांग्रेस अहम भूमिका निभा सकती है। हाल में ही तृणमूल कांग्रेस की गोवा प्रभारी महुआ मोइत्रा ने कहा था कि ममता बनर्जी के नेतृत्व में गोवा फॉरवर्ड पार्टी और कांग्रेस एक साथ चुनाव मैदान में गठबंधन कर उतर सकते है। इसको लेकर चिदंबरम ने कहा कि मैंने तृणमूल कांग्रेस की नेता का बयान पढ़ा है। आधिकारिक घोषणा का इंतजार करना होगा। चिदंबरम ने यह भी कहा कि कांग्रेस अपने दम पर भाजपा को हराने में पूरी तरह से सक्षम है। लेकिन अगर कोई कांग्रेस के साथ भाजपा को हराने के लिए साथ आना चाहता है तो मैं इसमें ना क्यों कहूं?
आपको बता दें कि 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस गोवा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वह सरकार बनाने में चूक गई कांग्रेस को 17 सीटें हासिल हुई थी जो कि बहुमत के आंकड़े से चार कम थे। हालांकि बीजेपी ने गठबंधन की कोशिश की और उसे पूरा करने के बाद सरकार बनाने में कामयाबी हासिल की। हाल के दिनों में कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने पार्टी का दामन छोड़ दिया है। ऐसे में गोवा में कहीं ना कहीं कांग्रेस अपने वर्चस्व को बनाए रखने की कोशिश कर रही है। आपको बता दें कि गोवा में एक चरण में चुनाव होंगे। 14 फरवरी को मतदान होगा जबकि नतीजे 10 मार्च को आएंगे।