By अंकित सिंह | May 08, 2023
कर्नाटक चुनाव प्रचार का आज आखिरी दिन हैं। कर्नाटक में सत्ता वापसी के लिए भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा जैसे भाजपा के दिग्गज नेता ने कर्नाटक में जमकर प्रचार किया है। इन सब के बीच भाजपा का दावा है कि कर्नाटक में पार्टी 135 से ज्यादा सीटें जीतने जा रही है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने कहा कि नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत कुछ वर्षों में सुपर पावर बन गया। उन्होंने कहा कि हम अभी 5वें स्थान पर हैं और अगले 20-25 वर्षों में हम पहले या दूसरे स्थान पर होंगे।
इसके साथ ही भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने रोड शो और रैली कर राज्य की स्थिति को समझा। मुझे विश्वास है कि हम निश्चित तौर पर 135 सीटें जीतेंगे। उन्होंने कहा कि 100% लिंगायत समुदाय हमारे साथ है। कांग्रेस कुछ समस्याएं पैदा करने के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश कर रही है मगर उनका उद्देश्य पूरा नहीं होगा। लगभग सभी लिंगायत स्वामी हमारे साथ हैं और उन्होंने मुझसे कहा कि वे भाजपा का समर्थन करेंगे।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि कर्नाटक के लोगों के लिए ये चुनाव नया इतिहास रचने का चुनाव है। ये चुनाव कर्नाटक को पूरे देश का नंबर-1 राज्य बनाने का चुनाव है...और मुझे इस बात की खुशी है कि इस महायज्ञ के लिए कर्नाटक के लोगों ने भाजपा की डबल इंजन सरकार पर ही भरोसा किया है। उन्होंने कहा कि आज भारत की व्यवस्था टॉप 5 की आर्थिक ताकत बना है इस दौरान भारत ने हर साल विदेशी निवेश के नए रिकॉर्ड बनाए, निर्यात के नए रिकॉर्ड बनाए लेकिन जब तक कर्नाटक में कांग्रेस और JDS की सरकार थी तब तक इसका पूरा लाभ कर्नाटक को नहीं मिला।
वहीं, गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि हम पूर्ण बहुमत के साथ जीतेंगे। उन्होंने दावा किया कि यहां चार साल में बी.एस येदियुरप्पा, बसवराज बोम्मई और पीएम मोदी जी की सरकार ने कर्नाटक के विकास के लिए ढेर सारे काम किए हैं इसका कर्नाटक के मतदाताओं पर सकारात्मक असर दिख रहा है। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस की तुष्टिकरण की नीति है जिसने सालों तक प्रभु श्री राम को ताले के अंदर बंद करके रखा और अब वो बजरंग बली का अपमान करने पर तुले हैं। इसी तुष्टिकरण की नीति के तहत भाजपा के PFI पर बैन के फैसले को कांग्रेस हजम नहीं कर पा रही है। भाजपा ने PFI को बैन करके ना केवल कर्नाटक बल्कि समग्र देश की आंतरिक सुरक्षा को सुरक्षित करने का काम किया है।