By रितिका कमठान | Jan 07, 2025
भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी एचसीएलटेक के कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। कंपनी अक्टूबर-दिसंबर तिमाही के दौरान जूनियर कर्मचारियों के लिए वेतन वृद्धि कर रही है। जूनियर कर्मचारियों में से अधिकतर जूनियर कर्मचारियों के लिए 1-2 प्रतिशत की मामूली वेतन वृद्धि की गई है वहीं शीर्ष प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को 3-4 प्रतिशत की बढ़ोतरी मिली है।
मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट की मानें तो जूनियर कर्मचारियों के वेतन में हुई बढ़ोतरी प्रबंधन द्वारा दिए गए पहले के बयानों की अपेक्षा काफी कम है। इसमें औसत वार्षिक वेतन वृद्धि सात प्रतिशत और शीर्ष प्रदर्शन करने वालों के लिए 12-15 प्रतिशत वेतन बढ़ोतरी करने का वादा किया गया था। वहीं वित्त वर्ष 2025 में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) को छोड़कर, प्रमुख आईटी कंपनियों ने वेतन बढ़ाने में काफी समय लिया है। आमतौर पर वेतन बढ़ोतरी वित्तीय वर्ष के शुरू में लागू कर दी जाती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कदम मौजूदा चुनौतियों जिनमें व्यय में कमी और मांग में कमी शामिल है, के बीच लाभ मार्जिन को सुरक्षित रखने की रणनीति के लिए लिया गया है। सूत्रों ने मनीकंट्रोल को बताया कि एचसीएलटेक की वेतन वृद्धि अब तक ई0, ई1 और ई2 बैंड के जूनियर कर्मचारियों के लिए लागू की है। ये कर्मचारी 10 साल तक के अनुभव वाले कर्मचारी है। हालांकि, मध्यम और वरिष्ठ स्तर के कर्मचारियों (ई3 और उससे ऊपर) को अबतक वेतन बढ़ोतरी की सूचना नहीं दी गई है। मनीकंट्रोल की रिपोर्ट की मानें तो ई3 स्तर के दो कर्मचारियों का कहना है कि कम से कम दो वित्तीय वर्षों से उनका वेतन नहीं बढ़ा है।
एचसीएलटेक के प्रबंधन ने पहले पुष्टि की थी कि वित्त वर्ष 24 में वरिष्ठ और प्रबंधन स्तर के कर्मचारियों के लिए मुआवजे की समीक्षा को छोड़ दिया गया था। वेतन वृद्धि टालने वाली एचसीएलटेक अकेली कंपनी नहीं है। इंफोसिस ने भी अपने वेतन वृद्धि को चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही तक टाल दिया है।