By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jul 25, 2021
नयी दिल्ली। अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की 27 जुलाई से भारत की दो दिवसीय यात्रा शुरू हो रही है और इस दौरान अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी तथा आतंक के वित्त पोषण और सुरक्षित पनाहगाहों के लिए पाकिस्तान पर लगातार दबाव बनाने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। सूत्रों ने बताया कि भारत और अमेरिका के नेताओं के बीच क्वाड के मसौदे के तहत सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा होगी। चार देशों के समूह क्वाड के विदेश मंत्री स्तर की बैठक इस वर्ष के अंत में होने की संभावना है।
दोनों पक्ष क्वाड टीकाकरण अभियान को भी आगे बढ़ाएंगे ताकि हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देशों को 2022 की शुरुआत में ही टीकों की आपूर्ति की जा सके। सूत्रों ने बताया कि अमेरिका के विदेश मंत्री की यह यात्रा व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, डिजिटल क्षेत्र, नवाचार और सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में तथा अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करेगी। अमेरिका के विदेश मंत्रालय की कमान संभालने के बाद ब्लिंकन की यह पहली भारत यात्रा है, साथ ही जनवरी में जो बाइडन के सत्ता में आने के बाद प्रशासन के किसी उच्च अधिकारी की यह दूसरी भारत यात्रा है।
सूत्रों ने बताया कि रक्षा के क्षेत्र में दोनों पक्ष सहयोग को प्रगाढ़ करने के तरीके तलाशेंगे। इसके अलावा भारत स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करते हुए अंतरराष्ट्रीय यात्रा को चरणबद्ध तरीके से बहाल करने की मांग करेगा, जिसमें खासतौर पर छात्रों, पेशेवरों और कारोबारियों के लिए यात्रा नियमों में ढील तथा अन्य मानवीय मामलों के अलावा परिवारों को मिलाना सुनिश्चित करने पर जोर रहेगा। सूत्रों ने बताया, ‘‘महत्वपूर्ण दवाओं और स्वास्थ्य संबंधी साजो सामान की लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं की आवश्यकता पर भी बातचीत होने की संभावना है।’’ दोनों पक्ष हिंद-प्रशांत से संबंधित कोविड सहयोग और सुरक्षा परिदृश्य पर भी विचार-विमर्श करेंगे।