By दिनेश शुक्ल | Nov 04, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश भाजपा में विधानसभा की 28 सीटों पर हुए मतदान के दूसरे ही दिन पार्टी कार्यकर्ताओं पर निगाह टेड़ी कर दी है। भाजपा में पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर अपने नेताओं को नोटिस जारी किए है। बुधवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने पूर्व मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, उनके पुत्र मुदित शेजवार और सुमावली विधानसभा से पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार को पार्टी प्रत्याशी के विरूद्ध एवं पार्टी विरोधी गतिविधियों की गंभीर शिकायत मिलने पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है। पार्टी ने नेताओं को जारी किए नोटिस में प्रदेश अध्यक्ष के समक्ष 7 दिवस के अंदर स्पष्टीकरण मांगा है।
पूर्व मंत्री गौरशंकर शेजवार सांची विधानसभा से विधायक चुने जाते रहे है। वह मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रहे है। वही पिछले 2018 विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने पुत्र मुदित शेजवार के लिए भाजपा से टिकिट मांगा था लेकिन पार्टी ने उन्हें ही मैदान में उतारा था लेकिन वह कांग्रेस प्रत्याशी डॉ.प्रभुराम चौधरी से हार गए थे। वही मार्च में सत्ता परिवर्तन के बाद कांग्रेस विधायक डॉ.प्रभुराम चौधरी ने सिंधिया के समर्थन में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन धाम लिया था। जिसके बाद उप चुनाव में डॉ.प्रभुराम चौधरी उन्हीं के इस्तीफे से खाली हुई सांची विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ रहे है। डॉ.प्रभुराम चौधरी के भाजपा में आने के बाद से डॉ.गौरीशंकर शेजवार लगातार नाराज़ चल रहे थे और ऐसा माना जा रहा है कि उन्होंने उप चुनाव में भी पूरी तरह से भाजपा प्रत्याशी डॉ.प्रभुराम चौधरी के पक्ष में काम नहीं किया। जिसको लेकर पार्टी में उनके प्रति नाराजगी है।
वही उप चुनाव मतदान के पहले सोशल मीडिया पर डॉ. गौरीशंकर शेजवार और उनके पुत्र मुदित शेजवार को भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करने का एक पत्र भी जारी हुआ था लेकिन भाजपा ने उनसे कूटरचित बताते हुए विरोधियों की साज़िश बताया था। वही बुधवार को भाजपा ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते डॉ. शेजवार उनके पुत्र मुदित और सुमावली से पूर्व विधायक गजराज सिंह सिकरवार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिसका स्पष्टिकरण सात दिन के अंदर मांगा गया है।