By Anoop Prajapati | Oct 22, 2024
बीजेपी ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के लिए पहली सूची जारी कर कर दी है। इस सूची में बीजेपी ने कुल 99 कैंडिडेंट के नाम घोषित किए हैं। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा चुनावों के लिए वोट डाले जाएंगे। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। राज्य के उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक बार फिर नागपुर दक्षिण पश्चिम विधानसभा से मैदान में उतरेंगे। प्रदेश अध्यक्ष चंद्र शेखर बावनकुले कामठी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। तो वहीं पार्टी ने जामनेर विधानसभा क्षेत्र से गिरीश दत्तात्रेय महाजन को एक बार फिर अपना उम्मीदवार घोषित किया है। महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं।
गिरीश दत्तात्रेय महाजन महाराष्ट्र के जलगांव जिले के जामनेर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले जामनेर तालुका के वर्तमान विधायक हैं। वे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं । गिरीश महाजन महाराष्ट्र राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री हैं। 2010 के दशक में, मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस के मंत्रिमंडल में उन्होंने अलग-अलग समय पर "जल संसाधन मंत्री" और राज्य के चिकित्सा शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया। महाजन का जन्म जामनेर में एक मराठी गुर्जर परिवार में हुआ था। कॉलेज के छात्र के रूप में, महाजन 1978 में ABVP के सक्रिय सदस्य थे। ABVP में उन्होंने एक जमीनी कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत की, जहाँ उन्होंने दीवारों पर पेंटिंग की और राजनेताओं के लिए प्रचार पोस्टर वितरित किए। उन्हें ABVP का तालुका अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
महाजन का राजनीतिक जीवन अस्सी के दशक की शुरुआत में शुरू हुआ था। जब वे महाराष्ट्र में भारतीय जनता युवा मोर्चा के तालुका अध्यक्ष बने थे। 1992 में महाजन जामनेर के लिए ग्राम-पंचायत चुनाव में चुने गए। 1995 में वे पहली बार महाराष्ट्र राज्य विधानसभा के लिए चुने गए। 2014 तक उन्होंने विधायक के रूप में अपना 5वां कार्यकाल पूरा किया। महाजन ने 31 अक्टूबर 2014 को महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री के रूप में शपथ ली । उनकी सरकार ने 12 नवंबर 2014 को मौखिक वोट द्वारा विश्वास प्रस्ताव जीता, जिससे उन्हें शासन जारी रखने की अनुमति मिली। 29 अगस्त 2023 तक, वह सीएम एकनाथ शिंदे के मंत्रिमंडल में राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री के रूप में कार्यरत हैं ।
लग चुके हैं लोगों को धमकाने के आरोप
एक बार पूर्व मंत्री गिरीश महाजन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने उपरोक्त संस्था पर अपना अधिकार जमाने के लिए साल 2018 में जनवरी के महीने में भोईटे गुट के एडवोकेट विजय पाटिल को पुणे में बुलाकर धमकी दी थी। इस मामले में विजय पाटिल ने निंबोरा पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवाया था। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री गिरीश महाजन को विधानसभा चुनाव में खुली चुनौती देने वाले मनोज जरांगे पाटील दी थी। महाजन के बयान के बाद अब उनके निवाचन क्षेत्र के ग्रामीणों ने अपनी नाराजगी का इजहार किया था।
विधानसभा क्षेत्र की वर्तमान स्थिति
क्षेत्र के ग्रामीणों का आरोप है कि मंत्री महाजन ने अपने कार्यकाल में क्षेत्र की सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए कुछ नहीं किया है। उन्होंने मंत्री से सवाल किया कि अगर वे विधानसभा चुनाव जीतने का दावा कर रहे हैं, तो पहले अपने निर्वाचन क्षेत्र की सड़कों को ठीक करें। इस घटना से साफ है कि मंत्री महाजन के निर्वाचन क्षेत्र में लोगों में उनके प्रति नाराजगी है और वे अपनी मूलभूत सुविधाओं के लिए लड़ रहे हैं।
सरकार में मंत्री गिरीश महाजन राज्य में दौरा करते समय अपने जामनेर चुनाव क्षेत्र के उदाहरण देते हैं, लेकिन आज उनके ही क्षेत्र की बदहाल स्थिति सामने आई है। जामनेर तहसील के कई हिस्सों में सड़कों की दुर्दशा हो गई है। स्थानीय निवासियों ने आरोप लगाया है कि मंत्री गिरीश महाजन इन सड़कों की उपेक्षा कर रहे हैं। इस मामले में नागरिकों ने मंत्री से जवाब मांगा और उनकी उदासीनता पर गुस्सा व्यक्त किया। चर्चा के दौरान नागरिकों ने कहा कि जिस उम्मीद के साथ जनता गिरीश महाजन को चुनाव में जीत दिलाती है उस भरोसे पर महाजन पूरे नहीं उतर रहे हैं ऐसे में हो सकता है इस बार महाजन को हार का सामना करना पड़े।