By अंकित सिंह | Nov 05, 2022
छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से भाजपा सांसद संतोष पांडे ने कांग्रेस और राज्य की भूपेश बघेल सरकार पर जबरदस्त तरीके से निशाना साधा है। अपने बयान में संतोष पांडे ने कहा कि सोनिया महतारी की चिंता करने वाले कांग्रेस पार्टी के नेताओं के मुंह से छत्तीसगढ़ महतारी की चिंता शोभा नहीं देती। अपने बयान में संतोष पांडे ने कहा कि छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल और कांग्रेस के नेताओं के सोनिया महतारी प्रेम को अब तक जानते थे। उन्होंने कहा कि जब नेशनल हेराल्ड के मामले में सोनिया गांधी से पूछताछ हो रही थी, तब यहां के नेता राज्य के काम को छोड़कर दिल्ली में मौजूद थे। सीबीआई-ईडी का विरोध करने दिल्ली पहुंच गए। उन्होंने कहा कि भारत माता और छत्तीसगढ़ महतारी के सपूत तो सरदार वल्लभभाई पटेल थे जिन्होंने 500 से ज्यादा रियासतों का एकीकरण किया।
भाजपा सांसद ने आगे कहा कि सरदार पटेल ने एक-एक कश्मीर को पंडित नेहरू को सौंपा था। वह भी काफी समस्या में रहा जिसको मोदी सरकार ने सवारने का काम किया। उन्होंने भूपेश बघेल से कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी का सम्मान तो अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। अलग राज्य का निर्माण कर उसे सवारने का काम भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि स्व अटल जी और भाजपा ने छत्तीसगढ़ महतारी को संवारने, उसका श्रृंगार करने का काम किया लेकिन छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार सिर्फ लुटने, भ्रष्टाचार करने और हिंसा फ़ैलाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस तो सिर्फ लूटने और लहूलुहान करने का काम कर रही है।
भाजपा नेता ने भूपेश बघेल का आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ का पैसा लूट कर भारत तोड़ो (जोड़ो) यात्रा में भेजने वाले, कोयला में हजारों करोड़ का भ्रष्टाचार करने वाले, जंगल के कटाई करने वाले, माफियाओं को संरक्षण देने वाले, छत्तीसगढ़ महतारी को खोखला करने वाले आज बड़ी बड़ी बातें कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भूपेश जी आपके संसद के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी है क्या कहा था, यह मालूम है। उन्होंने कहा कि जब एक आदिवासी महिला राष्ट्रपति के पद पर पहुंचती है तो उन्हें राष्ट्रपत्नी कहा गया। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आप किस समूह से महतारी की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के जनता जान चुकी है। आप किस कूल और खानदान से आते हैंय़ कांग्रेस का इतिहास कौन नहीं जानता। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि चीन द्वारा कब्जे में किए गए भारत की भूमि को कांग्रेस के नेता सिर्फ उपभोग की वस्तु मानते हैं।