By अंकित सिंह | Mar 15, 2023
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लोकतंत्र पर लंदन में दिये गए बयान को लेकर बवाल जारी है। भाजपा लगातार उनसे माफी की मांग कर रही है। वहीं, कांग्रेस इससे साफ तौर पर इनकार करती रही है। इन सब के बीच भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने पूरे मामले पर लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला को एक पत्र लिखा है। उन्होंने इस पक्ष के माध्यम से राहुल गांधी को बर्खास्त करने की मांग की है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि राहुल गांधी ने देश के खिलाफ बयान दिया है। इससे पहले भी दुबे ने एक पत्र लिख कर राहुल गांधी सदस्यता समाप्त करने की मांग की थी।
दुबे ने लोकसभा में प्रक्रिया और कार्य संचालन नियमों के नियम 223 के तहत ताजा नोटिस भेजा है। बीजेपी सांसद ने कहा है कि कैंब्रिज यूनिवर्सिटी, कैथोम हाउस और अन्य मीडिया के माध्यम से राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान लोकसभा के एक सदस्य के लिए अवमाननापूर्ण और अशोभनीय थे। दुबे ने दावा किया कि उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत में बातचीत और बोलने की आजादी गंभीर खतरे में हैं, संसद, स्वतंत्र प्रेस और न्यायपालिका जैसी संस्थाओं को बाधाएं आ रही हैं। भाजपा सांसद ने दावा किया है कि राहुल गांधी का आचरण और बयान भारतीय संसद, लोकतंत्र, न्यायपालिका, विदेशी धरती से प्रेस के बारे में एक संसद सदस्य द्वारा अपमानजनक, अनुचित टिप्पणी है।
इससे पहले निशिकांत दुबे ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस को लेकर एक संसदीय समिति के समक्ष अपना बयान दर्ज कराया था और उनकी लोकसभा की सदस्यता समाप्त करने की मांग की। बजट सत्र के पहले भाग में गांधी के भाषण के बाद दुबे ने सात फरवरी को उनके खिलाफ विशेषाधिकार नोटिस दिया था। राहुल गांधी ने अपने भाषण के दौरान हिंडनबर्ग-अडाणी मुद्दे पर टिप्पणी की थी। लोकसभा की विशेषाधिकार समिति के समक्ष अपना पक्ष रखते हुए दुबे ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष द्वारा गांधी की टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाए जाने के बावजूद वे अब भी उनके और कांग्रेस के आधिकारिक यू-ट्यूब चैनलों पर उपलब्ध हैं।