जीतू पटवारी ने कहा कि मैंने माननीय कमल पटेल से कई बार पूछा कि वह किस विचारधारा के है गांधी विचारधारा के है या गोडसे विचारधारा के तो वह महात्मा गांधी को जिन्दाबाद कहते है। लेकिन गोडसे को मुर्दाबाद कहने से डरते है। जीतू पटवारी ने कहा कि कृषि मंत्री कमल पटेल की तरह ही भाजपा के नेताओं का चाल,चरित्र और चेहरा दोहरे मापदंड का है, यह कहते कुछ है और करते कुछ है। जबकि महात्मा गांधी की विचारधारा को अपनाने वाले लोगों को शरण देने वाली कांग्रेस पार्टी पर यह लोग सवाल खड़े करते है। इन्हें सोचना चाहिए कि हमारी भारतीय परंपरा रही है कि जो हमारी शरण में आता है हम उन्हें संरक्षण देते है और अगर कोई गोडसे की विचारधारा को छोड़कर महात्मा गांधी के विचारों और सिद्धांतों पर चलने के लिए कांग्रेस पार्टी में आता है तो भाजपा नेताओं के पेट में दर्द होता है।