By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 18, 2017
अहमदाबाद/शिमला। राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण जाने जा रहे गुजरात विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जीत हासिल कर अपनी 22 साल से चली आ रही हुकुमत को बरकरार रखा तो विपक्षी कांग्रेस को इस बात का संतोष रहेगा कि वह पहले से बेहतर प्रदर्शन कर अपनी सीटों का आंकड़ा बढ़ाने में कामयाब रही। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर शाम सात बजे उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार गुजरात की कुल 182 सीटों में से भाजपा बहुमत के जादुई 92 सीट के आंकड़े को पार कर गई है। वह 95 सीटें जीत चुकी है और आठ सीटों पर आगे हैं। कांग्रेस ने 75 सीटें जीतीं और दो सीटों पर आगे है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की कुशल रणनीति गुजरात और हिमाचल प्रदेश की बिसात पर कांग्रेस को एक और मात के करीब ले आई है। प्रधानमंत्री के गृह राज्य गुजरात में जहां भाजपा लगातार छठी बार सरकार बनाने के करीब पहुंच गई है वहीं हिमाचल प्रदेश की जनता अपनी परंपरा के अनुरूप सत्तारूढ़ पार्टी को सत्ता से बेदखल करती दिख रही है। इससे अगले लोकसभा चुनाव से 18 महीने पहले देश की राजनीति पर भाजपा की पकड़ पहले से अधिक मजबूत हो गई है।
राकांपा ने एक और भारतीय ट्राइबल पार्टी ने दो सीटें जीती हैं। निर्दलियों ने दो सीटों पर जीत हासिल की है और वह एक पर आगे है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने यह बात खारिज कर दी कि गुजरात में कांग्रेस ने उनकी पार्टी को कड़ी चुनौती दी है। शाह ने नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि भाजपा के पक्ष में चुनाव परिणाम राजनीतिक वंशवाद के विरुद्ध कार्य निष्पादन एवं विकास की जीत है। जब उनसे पूछा गया कि क्या गुजरात में कांग्रेस के साथ कड़ा मुकाबला था तो उन्होंने कहा कि जीत के अंतर में अपने प्रतिद्वंद्वी से आठ फीसद आगे रहना ‘कांटे की टक्कर’ नहीं कहा जा सकता।
गुजरात से पहला परिणाम पोरबंदर विधानसभा सीट का आया। यहां भाजपा नेता और राज्य के मत्स्य पालन मंत्री बाबुभाई भीमाभाई बोखीरीया ने अपनी सीट बरकरार रखते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुनभाई देवाभाई मोढवाडिया को 1,855 मतों से हराया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विधानसभा सीट रहे मणिनगर से भाजपा के सुरेशभाई धनजीभाई पटेल (सुरेश पटेल) ने कांग्रेस प्रत्याशी श्वेताबेन नरेन्द्रभाई ब्रह्मभट्ट को 75,199 मतों के अंतर से हराया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी राजकोट-पश्चिम से चुनाव जीतने में सफल रहे तो उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल भी मेहसाणा से विजयी रहे।
गुजरात भाजपा के वरिष्ठ नेता दिलीप संघानी को अमरेली जिले की ढारी सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार जेवी काकादीया से हार का सामना करना पड़ा। साल 2012 में भाजपा ने 115 और कांग्रेस ने 61 सीटें हासिल की थीं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वस्तुत: हार स्वीकार करते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस जनादेश को स्वीकार करती है और दोनों राज्यों में बनने जा रही नयी सरकारों को बधाई देती है।
कांग्रेस की ओर से कड़ी चुनौती मिलने के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, ‘‘जो जीता वही सिकंदर।’’ भाजपा ने जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकास कार्यों का नतीजा बताया, जबकि कांग्रेस को इस बात से थोड़ी राहत मिली होगी कि गुजरात में उसकी सीटों की संख्या में इजाफा हुआ है। गुजरात में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जमकर चुनाव प्रचार किया तो दूसरी तरफ कांग्रेस की ओर से अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पूरी ताकत झोंक दी। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह विकास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए विकास को वोट है।’’
भाजपा उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने कहा, ‘‘हमने लगातार विधानसभा चुनाव जीतकर भाजपा के इतिहास में एक रिकॉर्ड बनाया है।....सत्ता विरोधी लहर वहां काम नहीं कर रही है। प्रधानमंत्री की लोकप्रियता बरकरार है। अमित शाह की रणनीति ने काम किया। ’’ जीत को लेकर स्थिति स्पष्ट होने के साथ भाजपा कार्यकर्ताओं ने मिठाइयां बांटकर और पटाखे जलाकर जश्न मनाया। हिमाचल प्रदेश में भाजपा बड़ी जीत के करीब पहुंच गई है, लेकिन उसके मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर से चुनाव हार गए। राज्य में भाजपा 25 सीटें जीत चुकी है और 19 पर आगे है।
कांग्रेस 14 सीटें जीत चुकी है और सात पर आगे है। राज्य में कुल 68 सीटें हैं। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 36 और भाजपा को 26 सीटें मिली थीं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमल नाथ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कांग्रेस की सीटों की संख्या बढ़ी है, जबकि भाजपा की सीटें कम हुई हैं। यह राहुल गांधी की राजनीतिक जीत है।’’ गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी शुरूआत में राजकोट-पश्चिम सीट पर पीछे चल रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार इंद्रनील राजगुरू को पराजित किया। मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरभद्र सिंह आरकी और उनके पुत्र विक्रमादित्य सिंह शिमला (ग्रामीण) से आगे चल रहे हैं।
गुजरात में भाजपा को 49.1 फीसदी और कांग्रेस को 41.5 फीसदी वोट मिले। 2012 में कांग्रेस को 38.93 फीसदी वोट मिले थे। गुजरात में नौ और 14 दिसंबर तथा हिमाचल प्रदेश में नौ नवंबर को मतदान हुआ था।