By अंकित सिंह | Oct 09, 2023
जातीय जनगणना के मद्दे को लेकर देश में राजनीतिक शोर मचा हुआ है। कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) ने एक सर्वसम्मत फैसले में देश में जाति जनगणना के विचार का समर्थन किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय राजधानी में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि यह एक प्रगतिशील कदम है। हमारे सीएम (छत्तीसगढ़, कर्नाटक, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान) भी इस पर विचार कर रहे हैं और कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह गरीब लोगों की मुक्ति के लिए एक बहुत ही प्रगतिशील और शक्तिशाली कदम है। राहुल ने साफ तौर पर कहा कि देश के भविष्य के लिए यह बेहद जरूरी है।
इसी को लेकर भाजपा की ओर से पलटवार किया गया है। केंद्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने कहा कि ओबीसी जनगणना पर राहुल गांधी का बयान एक और झूठ के अलावा और कुछ नहीं है। हम जानते हैं कि जब मंडल आयोग का मामला संसद के सामने आया तो स्वर्गीय राजीव गांधी ने इसका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि जब 1950 के दशक में काका कालेलकर की रिपोर्ट आई और 1980 के दशक में मंडल आयोग की रिपोर्ट आई - तो कांग्रेस ने इसे लागू नहीं किया। देश जानता है कि जब राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष थे और मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे, तब ओबीसी समुदाय द्वारा उठाए गए संवैधानिक आयोग के मामले को कांग्रेस ने लागू नहीं किया था। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि कांग्रेस का रिकॉर्ड खराब और झूठी गारंटी है।
राहुल गांधी ने कहा कि छत्तीसगढ़ और राजस्थान में हम जातीय जनगणना करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में उनकी सरकार है, यहां पर ही जातीय जनगणना कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि आज पूरा देश जातीय गणना चाहता है। उन्होंने कहा कि हम बीजेपी पर जातीय जनगणना कराने के लिए दबाव डालेंगे क्योंकि देश को इसकी जरूरत है। जहाँ तक I.N.D.I.A ब्लॉक का सवाल है, मुझे लगता है कि अधिकांश पार्टियाँ इसका समर्थन करेंगी। हो सकता है कि कुछ दल ऐसे हों जो इसका समर्थन न करें लेकिन हमें कोई समस्या नहीं है। राहुल ने सवाल करते हुए कहा कि मोदी जी बताएं कि उन्होंने ओबीसी के लिए क्या किया?