By अभिनय आकाश | Aug 10, 2023
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में आर्थिक के साथ ही राजनीतिक अस्थिरता लगातार बरकरार है। वहीं पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने देश की राष्ट्रीय सभा यानी संसद के निचले सदन को भंग कर दिया। मुल्क इन दिनों दो तरफा राजनीतिक और आर्थिक मुसीबतों से दो चार हो रहा है। लेकिन पाकिस्तान का भारत राग खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक बार फिर से जगह उगला है। उन्होंने कहा कि गुजरात के कसाई थे और कश्मीर के कसाई बन जाएंगे। विदेश मंत्री के रूप में अपने विदाई संवाददाता सम्मेलन में बिलावल ने अपनी विदेश नीति का बचाव किया और कहा कि भारत के साथ संबंधों को सामान्य बनाने में प्रगति की कमी का संबंध वर्तमान भारतीय नेतृत्व से है।
बिलावल ने पीएम मोदी को भारत के दो पूर्व प्रधानमंत्रियों के समकक्ष रखने से इनकार कर दिया और उनको लेकर कई आपत्तिजनक बातें कहीं। बिलावल ने कहा कि नरेंद्र मोदी न तो अटल बिहारी वाजपेयी हैं और न ही मनमोहन सिंह। वो गुजरात के कसाई थे और कश्मीर का कसाई बनेंगे। उन्होंने सबसे पहले पिछले साल संयुक्त राष्ट्र सत्र के इतर मोदी को गुजरात का कसाई कहा था। उनकी टिप्पणियाँ उनके शुरुआती वक्तव्य से भी विरोधाभासी थीं जहाँ उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला था कि उनकी विदेश नीति तीन प्रमुख सिद्धांतों पर आधारित थी। उन सिद्धांतों में से एक में निष्पक्ष नीति का पालन करना शामिल है और एक जो लोकलुभावनवाद पर आधारित नहीं था। हालाँकि, मोदी की उनकी नए सिरे से ब्रांडिंग को लोकप्रिय भावनाओं को जगाने के प्रयास के रूप में देखा जाएगा।
इस बीच, विदेश मंत्री बिलावल ने अपने 16 महीने के कार्यकाल के दौरान विदेश नीति के मोर्चे पर कई उपलब्धियां गिनाईं। अफगानिस्तान और भारत पर प्रगति की कमी पर बिलावल ने कहा कि आप क्या उम्मीद करते हैं? हमें 16 महीने में बदलाव लाना चाहिए जो 70 साल में नहीं हुआ। आतंकवाद में वृद्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए बिलावल ने कहा कि यह स्पष्ट है कि अफगान तालिबान की वापसी से प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का हौसला बढ़ा है।