By अभिनय आकाश | Aug 12, 2023
भारत की अध्यक्षता में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की वर्चुअल प्रारूप में आयोजित की जाने वाले शिखर सम्मेलनों पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी के बयान को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने पूर्वाग्रह से ग्रसित बताया है। विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि यह सोचना किसी के लिए भी धृष्टता होगी कि वर्चुअल मोड में आयोजित होने वाली एससीओ बैठक में एक कारक या एक व्यक्ति की भूमिका रही होगी। एससीओ शिखर सम्मेलन पर मुझे लगता है कि हमने उन विभिन्न कारकों के बारे में दो या तीन से अधिक अवसरों पर बात की है, जिनके कारण वर्चुअल मोड में एससीओ शिखर सम्मेलन का आयोजन किया।
अरिंदम बागची ने एक ब्रीफिंग में कहा कि किसी के लिए भी यह सोचना निश्चित रूप से अहंकारपूर्ण होगा कि इसमें एक कारक या एक व्यक्ति की भूमिका रही होगी। बिलावल भुट्टो की टिप्पणी भारत द्वारा इस वर्ष 4 जुलाई, 2023 को वर्चुअल प्रारूप में एससीओ लीडर्स समिट आयोजित करने के कुछ दिनों बाद आई, जहां पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ भी मौजूद थे। हाल ही में बिलावल भुट्टो ने अपने एग्जिट प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि एससीओ के लिए उनकी भारत यात्रा ने देश को एससीओ नेताओं के शिखर सम्मेलन में वर्चुअल होने के लिए मजबूर किया। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री वहां होते तो यह भारत के लिए चिंता की बात होती।
आईसीसी विश्व कप पर
भारत की यात्रा के बारे में पाकिस्तान क्रिकेट टीम की सुरक्षा चिंता के बारे में पूछे जाने पर, अरिंदम बागची ने कहा, "मैच के मोर्चे पर हमें उम्मीद है कि यह एक अच्छा मैच है, न कि युद्ध। पाकिस्तान की क्रिकेट टीम के साथ आईसीसी विश्व में भाग लेने वाले किसी भी अन्य देश की तरह ही व्यवहार किया जाएगा