By प्रेस विज्ञप्ति | Apr 26, 2022
रविंद्र जायसवाल तीसरी बार विधायक के रुप में मिलने वाला अपना वेतन जनता के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार में स्टांप एवं पंजीयन मंत्री रविंद्र जायसवाल, जो तीसरी बार वाराणसी उत्तर से विधायक निर्वाचित होने के बाद दूसरी बार मंत्री बने हैं, उन्होंने विधायक के रुप में मिलने वाले अपने संपूर्ण वेतन को पहले की भांति मुख्यमंत्री जन कल्याण कोर्ट में देने का निर्णय लिया है। उन्होंने इस संदर्भ में विधानसभा अध्यक्ष को आज पत्र प्रेषित करते हुए लिखा है कि मैंने पूर्व की भांति इस बार भी विधायक के रुप में मिलने वाले वेतन की संपूर्ण राशि मुख्यमंत्री राहत कोष मैं देने का निर्णय लिया है, जिससे इस राशि का उपयोग उत्तर प्रदेश की जनता के कल्याण में की जा सके।
रविंद्र जायसवाल इसके पूर्व 16वी और 17वीं विधानसभा में वाराणसी उत्तर से विधायक निर्वाचित हुए थे। उस अवधि में भी उन्होंने विधायक के रुप में मिलने वाले अपनी संपूर्ण वेतन राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया था। 16वीं विधानसभा में जब वह निर्वाचित हुए थे उस समय उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे। तब भी उन्होंने अपना वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया था। जायसवाल का कहना है कि भगवान की कृपा से उन्हें अपने निजी खर्चे चलाने के लिए किसी भी प्रकार के अतिरिक्त धन की आवश्यकता नहीं है। जनसेवा कार्यों से उन्हें जो अनुभूति होती है वह सरकारी वेतन के रूप में मिलने वाले धन से कहीं अधिक आत्म संतुष्टि प्रदान करता है। उनका यह भी कहना है की पारिवारिक संस्कारों के कारण ही उन्होंने निस्वार्थ जनसेवा का व्रत लिया है। बाबा विश्वनाथ की कृपा से वह पूरी निष्ठा और लगन से निस्वार्थ रूप से जनसेवा कर रहे हैं।