By एकता | Dec 22, 2024
पूर्वी जर्मनी के मैगदेबर्ग शहर में 50 वर्षीय सऊदी डॉक्टर तालेब ए ने भीड़-भाड़ से भरे क्रिसमस बाजार में कार से टक्कर मारकर कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया। इस घातक हमले में नौ वर्षीय बच्चे सहित कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा 200 लोगों के घायल होने की भी खबर है, जिसमें सात भारतीय भी शामिल है।
अरबपति एलन मस्क ने मैगदेबर्ग शहर में हुए इस घातक हमले की निंदा की है और साथ ही जर्मनी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने जर्मन सरकार पर 'आत्मघाती सहानुभूति' का आरोप लगाया है। जानकारी के लिए बता दें कि आरोपी डॉक्टर को जर्मनी ने 2006 में शरण दी थी। इसपर मस्क ने कहा कि आरोपी को यूरोपीय देश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी और इसके बजाय उसे कथित आतंकवाद और मानव तस्करी के आरोपों का सामना करने के लिए उसके जन्म के देश में प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए था।
अरबपति ने सऊदी राजनीतिक टिप्पणीकार द्वारा साझा किया गया थ्रेड अपने हैंडल पर शेयर किया। इसमें आरोप लगाया गया था कि तालेब ए बलात्कार के आरोप और गंभीर अपराधों में शामिल होने के बाद 2006 में सऊदी अरब से भाग गया था। इस पोस्ट में यह भी दावा किया कि जर्मनी ने मानवाधिकार संबंधी चिंताओं और कथित तौर पर जर्मनी के एक सरकारी अस्पताल में काम करते हुए आपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने के कारण सऊदी अरब के प्रत्यर्पण अनुरोधों को नजरअंदाज कर दिया था।
मस्क ने थ्रेड को कैप्शन दिया, 'जर्मन सरकार की विफलता की गंभीरता को समझने के लिए यह महत्वपूर्ण थ्रेड है।' मस्क ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'हां, वह स्पष्ट रूप से एक पागल था जिसे जर्मनी में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी और सऊदी अरब द्वारा अनुरोध किए जाने पर उसे प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए था। जर्मन सरकार की आत्मघाती सहानुभूति।'