By अंकित सिंह | Aug 08, 2024
पहलवान विनेश फोगाट द्वारा पेरिस ओलंपिक से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद उनके संन्यास की घोषणा के बाद नई दिल्ली में राजनीतिक घमासान शुरू हो गया है। कांग्रेस ने इसके पीछे साजिश का संकेत दिया है और उसके कुछ नेताओं ने मांग की है कि पहलवान को राज्यसभा में मनोनीत किया जाना चाहिए। इसके बाद, विनेश की बहन बबीता फोगट ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि "कोई कांग्रेस से सीखे कि आपदा में राजनीतिक अवसर कैसे तलाशे जाते हैं।"
यह बयान कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा और उनके पिता एवं हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा द्वारा यह कहे जाने के बाद आया है कि विनेश फोगट को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया जाना चाहिए और कहा कि यदि पार्टी के पास राज्य विधानसभा में संख्या बल होता तो वह अब तक ऐसा कर चुकी होती। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बबीता फोगाट ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, "आपदा में राजनीतिक अवसर ढूंढना कोई कांग्रेस से सीखे। एक तरफ देश और विनेश ओलंपिक से अयोग्य घोषित होने के सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं और दूसरी तरफ दीपेंद्र जी, आप और आपके पिताजी विनेश की हार पर राजनीति करने लगे हैं।"
इसे "शर्मनाक" बताते हुए उन्होंने कहा, "विनेश चैंपियनों की चैंपियन हैं और कांग्रेस पार्टी राजनीति की चैंपियन है, जिसे खिलाड़ियों के दर्द से कोई फर्क नहीं पड़ता। यह बहुत चिंताजनक है!" कांग्रेस नेताओं के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए विनेश फोगट के चाचा महावीर फोगट ने भी पार्टी पर निशाना साधा और उनके इस कदम को 'राजनीतिक स्टंट' बताया। महावीर फोगट ने पूछा, 'आज भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अगर वे कर सकते तो विनेश को राज्यसभा भेजते। जब उनकी सरकार थी तो उन्होंने गीता फोगट को क्यों नहीं भेजा?' उन्होंने कहा कि गीता फोगाट ने कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा की सरकार जब सत्ता में थी, तब उन्होंने गीता को पुलिस उपाधीक्षक तक नहीं बनाया था। अब कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा यह दावा कैसे कर सकते हैं?