By अंकित सिंह | Jun 05, 2023
बिहार के भागलपुर जिले में रविवार शाम को गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल ढह गया। इसको वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। इसको लेकर राज्स में राजनीति जबरदस्त तरीके से जारी है। भाजपा इसको लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनकी सरकार पर हमलावर है। भाजपा साफ तौर पर दावा कर रही है कि यह नीतीश कुमार की सरकार में जारी भ्रष्टाचार का एक बड़ा उदाहरण है। हालांकि, सरकार का दावा है कि पुल के कुछ हिस्सों को विशेषज्ञों की सलाह के तहत योजनाबद्ध तरीके से जानबूझकर ध्वस्त कर दिया गया क्योंकि इसमें डिजाइन की खामियां थीं।
केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि यह भ्रष्टाचार का एक बड़ा उदाहरण है। 1717 करोड़ गंगा नदी में ताश के पत्तों की तरह धराशायी हो गए। इस प्रकार की घटना में निश्चित तौर पर नेताओं, ठेकेदारों की संलिप्तता और सभी की मिलीभगत है। केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने कहा कि अगर सरकार ने सख्ती से जांच की होती तो ऐसा नहीं होता। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के पास इसका कोई जवाब नहीं है। लोग कहते हैं कि वह 'सुशासन बाबू' हैं, लेकिन यह सुशासन नहीं है। यह भ्रष्टाचार का उदाहरण है और देश के किसी अन्य राज्य में ऐसा नहीं है।"
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि यह सुनिश्चित नहीं कर सकता कि एक पुल समय पर और बिना भ्रष्टाचार के बने लेकिन तथाकथित विपक्षी एकता का पुल बनना चाहता है। नीतीश और तेजस्वी भ्रष्टाचार और कुशासन के सेतु हैं। संजय जायसवाल ने कहा कि कृपया कर 13 जून 2013 से लेकर 2017 तक और फिर अगस्त 2022 के बाद के किसी भी नदी पुल पर बहुत ही सावधानी पूर्वक चलें। वर्ना आपकी जान को कभी भी खतरा हो सकता है। खगड़िया पुल जिस तरह से गिरा है, वो साफ बताता है कि श्री नीतीश कुमार जी धृतराष्ट्र बने हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा कि इससे साफ जाहिर होता है कि बिहार में बहुत भ्रष्टाचार है। हम मांग करते हैं कि उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए। भाजपा नेता एवं भागलपुर के पूर्व सांसद सैयद शाहनवाज हुसैन ने घटना के लिए ‘‘भ्रष्टाचार’’ को जिम्मेदार ठहराते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की। गौरतलब है कि पिछले साल नवंबर में नालंदा जिले में एक निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई थी और एक अन्य घायल हो गया था।