पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता भारत का दूसरा सबसे बड़ा महानगर है। कोलकाता एक अलग ऐतिहासिक, शैक्षिक व सांस्कृतिक महत्व रखता है। महलों के इस शहर को सिटी ऑफ जॉय भी कहा जाता है। इतना ही नहीं, कुछ लोग कोलकाता को पूर्वी भारत का प्रवेश द्वार कहकर भी पुकारते हैं। यहां पर ऐसे कई स्थल मौजूद हैं, जो सैलानियों को आकर्षित करते हैं। बच्चों से लेकर बड़ों तक के लिए यहां पर बहुत कुछ है। इसलिए चाहे आप सोलो ट्रेवलिंग करें या फिर फैमिली के साथ, कोलकाता आपको कभी भी निराश नहीं करेगा। तो चलिए आज हम आपको कोलकाता की कुछ बेहतरीन जगहों के बारे में बता रहे हैं, जिनका आपको कोलकाता में रहते हुए एक बार एक्सपीरियंस जरूर करना चाहिए−
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ट्राम की सवारी
कोलकाता अपने पुराने विश्व चार्म के लिए जाना जाता है और इसे अनुभव करने का सबसे अच्छा तरीका है ट्राम की सवारी करना। अंग्रेजों की विरासत, कोलकाता में ट्राम सेवा 1873 में शुरू की गई थी और आज तक चल रही है। कोलकाता ट्रामवेज एशिया में सबसे पुराना ऑपरेटिंग इलेक्ट्रिक ट्राम सिस्टम है जो 1902 से चल रहा है। कोलकाता के ट्राम को बॉलीवुड की कई फिल्मों जैसे बर्फी, कहानी और परिणिता आदि में भी दिखाया गया है। इसलिए अगर कोलकाता की यात्रा के दौरान आप शहर को एक अलग तरह से अनुभव करना चाहते हैं तो ट्राम की सवारी जरूर करें।
हुगली नदी में बोटिंग
हुगली नदी कोलकाता के प्रमुख स्थलों में से एक है। हुगली नदी में बोटिंग करने का एक अलग ही मजा है। यहां पर पर्यटकों की भारी मात्रा देखने को मिलती है। अगर आप कोलकाता में हैं तो एक शाम यहां पर बोटिंग करने का आनंद जरूर लें।
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अलीपुर प्राणिउ्दयान में बर्डवाचिंग
लंदन चिडि़याघर की तर्ज पर निर्मित अलीपुर प्राणि उद्यान देश का सबसे पुराना चिडि़याघर है, जिसे 1876 में पब्लिक व्यू के लिए खोला गया। यह प्राणि उद्यान कोलकाता का एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण केन्द्र है। चिडि़याघर न केवल पक्षियों और जानवरों के अपने विस्तृत संग्रह के लिए जाना जाता है, बल्कि इसके संरक्षण गतिविधियों के लिए भी जाना जाता है। पार्क में सबसे प्रसिद्ध नमूनों में से एक अद्वैत−एक विशाल अल्दाबरा कछुआ है जो 2006 में अपनी मृत्यु तक 250 साल तक जीवित रहा था। ऐसा कहा जाता है कि अद्वैत लॉर्ड क्लाइव के समुद्री नाविकों द्वारा सेशेल्स से लाया गया था। चिडि़याघर पक्षियों, स्तनधारियों और सरीसृपों की 1000 से अधिक प्रजातियों का घर है।
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चाइनाटाउन में खाने का ले लुत्फ
कोलकाता में मौजूद चाइना टाउन भारत में चीनी प्रवासियों की सबसे बड़ी बस्तियों में से एक है। चीनी प्रवासी 18वीं शताब्दी में यहां आकर बसने लगे थे। कोलकाता का चाइना टाउन संकरी गलियों के बीच बसा है। इस क्षेत्र का अपना एक अलग आकर्षण है। अगर आप कोलकाता आकर चाइनीज फूड का रियल टेस्ट लेना चाहते हैं तो आपको एक बार चाइना टाउन जरूर जाना चाहिए।
मिताली जैन