By अनन्या मिश्रा | Jul 24, 2024
आज यानी की 24 जुलाई को देश के सबसे अमीर लोगों की लिस्ट में शुमार अजीम प्रेमजी अपना 79वां जन्मदिन मना रहे हैं। अजीम प्रेमजी को दौलत और बिजनेस स्किल से ज्यादा उनकी फिलैन्थ्रॉपी के लिए जाना जाता है। वह विप्रो के मालिक हैं और उनकी नेटवर्थ 8.6 अरब डॉलर के आसपास है। विप्रो सूचना प्रौद्योगिकी वह कंपनी है, जो भारत में आईटी सर्विसेज की चौथी सबसे बड़ी आउटसोर्सर है। आइए जानते हैं उनके बर्थडे के मौके पर अजीम प्रेमजी के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में...
जन्म और शिक्षा
मुंबई में 24 जुलाई 1945 को अजीम प्रेमजी का जन्म हुआ था। इनके पिता का नाम हाशिम प्रेमजी था, जोकि एक जाने-माने बिजनेसमैन थे। शुरूआती शिक्षा के बाद वह साल 1966 में अमेरिका के स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे। लेकिन पिता के निधन के बाद उनको 21 साल की उम्र में भारत वापस लौटना पड़ा। इसके बाद उन्होंने न सिर्फ अपने पिता की विरासत को संभालने का काम किया बल्कि उन्होंने उस बिजनेस को बुलंदियों पर पहुंचा दिया।
बुलंदियों पर पहुंची विप्रो कंपनी
अजीम प्रेमजी की कंपनी शुरूआत में वेजिटेबिल ऑयल और साबुन के कारोबार में थी। वहीं साल 1970 में उन्होंने अमेरिकन कंपनी सेंटिनल कंप्यूटर कॉर्पोरेशन के साथ हाथ मिलाया। जिसके बाद विप्रो ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इसके बाद कंपनी ने लाइटिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग फर्म, कंज्यूमर केयर और हेल्थकेयर में भी अपना कारोबार बढ़ाया। कारोबार को बुलंदियों पर पहुंचाने के बाद और 30 साल से ज्यादा समय बीत जाने के बाद अजीम प्रेमजी ने अपनी पढ़ाई पूरी की, जोकि पिता के निधन और बिजनेस को संभालने के कारण छूट गई थी।
पाकिस्तान से मिला था निमंत्रण
आपको बता दें कि पाकिस्तान के फाउंडर मोहम्मद अली जिन्ना अजीम प्रेमजी के पिता मोहम्मद हाशिम प्रेमजी को पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया था। लेकिन उनके पिता ने जिन्ना के इस निमंत्रण को ठुकरा दिया और वह पूरी जिंदगी भारत में रहे।
चैरिटी है पसंद
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन में अजीम प्रेमजी अपनी 8.6 फीसदी हिस्सेदारी को ट्रांसफर किया था। जिसकी हिस्सेदारी वैल्यू 8,646 करोड़ रुपए थी। यह भारत में किसी व्यक्ति द्वारा चैरिटी में अब तक दिया गया सबसे बड़ा अमाउंट था। TIME मैगजीन ने दो बार साल 2004 और 2011 में अजीम प्रेमजी को निया के 100 सबसे प्रभावशाली व्यक्तियों की लिस्ट में शामिल किया गया था। अजीम प्रेमजी को भारतीय आईटी इंडस्ट्री का सम्राट कहा जाता है।
अवॉर्ड
अजीम प्रेमजी को साल 2011 में भारत के दूसरा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। अजीम प्रेमजी, जहांगीर रतनजी दादाभाई टाटा को अपनी प्रेरणा मानते हैं।