अयोध्या। राम नगरी अयोध्या को धार्मिक दृष्टि से विकसित किए जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। उसके लिए पहले मंदिर के तर्ज पर स्थित प्राचीन कुंडों के जीर्णोद्धार किये जाएंगे। जिसको लेकर जिलाधिकारी नीतीश कुमार व राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने निरीक्षण किया है। अब जल्द ही इस कार्य को शुरू करने के निर्देश भी जारी किए हैं।
राम जन्मभूमि परिसर व अयोध्या के प्राचीन स्थित ब्रह्मकुंड गुरुद्वारा, मनुमनि कुंड विद्या कुंड के साथ लाल डिग्गी तालाब सहित 108 कुंडों के जीर्णोद्धार किये जाने का कार्य शुरू किए जाने की तैयारी शुरू कर दिया गए है। जिसके लिए आज कई कुडों का निरीक्षण करते हुए जिलाधिकारी ने सुंदरीकरण किए जाने का निर्देश जा दिए हैं। जिसको लेकर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व व अयोध्या विकास प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ अयोध्या परिक्षेत्र में सौन्दर्यीकरण किए जा रहे कुण्डो व तालाबों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ राम मंदिर ट्रस्ट महासचिव चंपत राय भी मौजूद रहे।
अयोध्या के जिलाधिकारी नीतीश कुमार ने ब्रह्मा कुंड, मनुमनि कुंड, विद्या कुंड तथा लाल डिग्गी तालाब के सौन्दर्यीकरण कार्य को मंदिर के अनुरूप आकर्षक रूप प्रदान किए जाने के निर्देश देते हुए विकास प्राधिकरण के पदाधिकारियों को समस्त कार्य को गुणवत्ता के साथ समय पर पूर्ण करने तथा सभी कुंडो एवं तालाबों को साफ सुथरा रखने की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। निरीक्षण के दौरान विकास प्राधिकरण के पदाधिकारियों द्वारा कुण्डों एवं तालाबों के लिए की जा रही है अद्यतन कार्यवाही के बारे में जानकारी प्रदान की गई। जिलाधिकारी के मुताबिक अयोध्या के 84 कोस के भीतर कुल 108 कुण्डों का सौन्दर्यीकरण एवं जीर्णोद्धार कर उसे आकर्षक रूप प्रदान करने के कार्य प्रगतीशील है।