By रितिका कमठान | Jul 04, 2024
असम के काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व में बाढ के कारण लगातार जंगली जानवर प्रभावित हो रहे है। काजीरंगा नेशनल पार्क में कम से कम छह और जंगली जानवर डूब गए है। इसके साथ ही काजीरंगा में मरने वाले जानवरों की संख्या बढ़कर 17 पर पहुंच गई है। पार्क के निदेशक ने मौतों की पुष्टि करते हुए बताया कि अधिकतर जानवरों की मौत पानी में डूबने के कारण हुई है।
डूबने से 11 हॉग हिरणों की मौत हो गई, पांच हॉग हिरणों की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि एक ऊदबिलाव के बच्चे की अन्य कारणों से मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया, "11 में से पांच हिरणों की इलाज के दौरान मौत हो गई।" वन अधिकारियों ने पिछले चार दिनों में 72 जंगली जानवरों को बचाया है, जिनमें 63 हॉग डियर, एक भारतीय खरगोश, दो ऊदबिलाव के बच्चे, एक गैंडे का बच्चा, दो सांभर, एक जंगली बिल्ली और उल्लू शामिल हैं। इनमें से 26 का इलाज चल रहा है जबकि 29 को सुरक्षित क्षेत्रों में छोड़ दिया गया है।
बता दें कि इस वर्ष ब्रह्मपुत्र नदी के उफान पर होने के कारण पार्क का लगभग 80% हिस्सा जलमग्न हो गया। यहां बड़ी संख्या में जानवरों को पार्क के पास के राजमार्ग सहित ऊंचे क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया गया। काजीरंगा के अधिकारियों ने कहा कि वे विस्थापित पशुओं को बचाने का काम जारी रखे हुए हैं।
काजीरंगा के बीडब्ल्यूडी क्षेत्र में, संकटग्रस्त जानवर अक्सर आश्रय की तलाश में जंगलों को छोड़कर आस-पास के गांवों में चले जाते हैं। दुख की बात है कि उन्हें कुत्तों के काटने और दुर्भावनापूर्ण व्यक्तियों से नुकसान जैसी धमकियों का सामना करना पड़ता है। हम स्थानीय लोगों से आग्रह करते हैं कि वे देखे जाने की सूचना दें और हमारे कीमती वन्यजीवों की रक्षा में मदद करें”, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और बाघ अभयारण्य ने अपने आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट किया।