Asha Kiran Shelter Home case: 'केजरीवाल शीश महल में रह रहे हैं...', कांग्रेस ने AAP सरकार पर साधा निशाना

By अंकित सिंह | Aug 03, 2024

आशा किरण शेल्टर में महज 20 दिनों के भीतर कम से कम 12 कैदियों की दुखद मौत के बाद आम आदमी पार्टी को विपक्षी दलों के तीखे हमलों का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस नेता अभिषेक दत्त ने सुविधा में अत्यधिक भीड़भाड़ के लिए दिल्ली सरकार की निंदा की, जिसमें अपनी इच्छित क्षमता से दोगुना आवास था। दत्त ने आगे अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य मॉडल की आलोचना की और कहा, "यहां के सरकारी अस्पताल केवल प्रचार के लिए हैं।"

 

इसे भी पढ़ें: Delhi Shelter Home Case: BJP सासंद योगेन्द्र चंदोलिया का आरोप, जुलाई में 13 मौत की जिम्मेदार केजरीवाल सरकार


कांग्रेस नेता ने कहा, ''यह बहुत दुखद घटना है। यह देखकर दुख होता है कि एक तरफ शेल्टर होम में क्षमता से दोगुने लोगों को रखा जाता है और दूसरी तरफ अरविंद केजरीवाल अपने 170 करोड़ के शीश महल में रह रहे हैं।'' दत्ता ने आगे कहा कि दिल्ली के सीएम स्वास्थ्य मॉडल के बारे में बात करते थे, हालांकि, भ्रष्ट मंत्रियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। दत्त ने जोर देकर कहा कि उन्हें तुरंत उनके पद से हटा दिया जाना चाहिए। यहां के सरकारी अस्पताल सिर्फ प्रचार के लिए हैं। लोग शीला दीक्षित द्वारा बनाई गई दिल्ली को याद करते हैं।

 

इसे भी पढ़ें: आश्रय गृह में हुई 14 मौतें पर दिल्ली सरकार पर स्वाति मालीवाल ने साधा निशाना, FIR दर्ज करने की मांग की


उप-विभागीय मजिस्ट्रेट (एसडीएम) कार्यालय के सूत्रों के अनुसार, स्थानीय आश्रय गृह, जिसकी क्षमता लगभग 500 व्यक्तियों की है, वर्तमान में लगभग 950 लोगों को समायोजित कर रहा है, जो इसकी इच्छित क्षमता से लगभग दोगुना है। इस भीड़भाड़ ने निवासियों की भलाई और सुरक्षा के बारे में महत्वपूर्ण चिंताएँ बढ़ा दी हैं। आशा किरण आश्रय स्थल में कैदियों की मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने दिल्ली को गंभीर स्थिति में पहुंचाने के लिए आम आदमी पार्टी की आलोचना की। उन्होंने कहा कि दिल्ली में सांस लेना मुश्किल है। ख़बरें पढ़ना मुश्किल है।

प्रमुख खबरें

अमेरिकी नौसेना के युद्धपोत ने लड़ाकू विमान को ‘‘गलती से’’ मार गिराया, दोनों पायलट सुरक्षित

Sports Recap 2024: जीता टी20 वर्ल्ड कप का खिताब, लेकिन झेलनी पड़ी इन टीमों से हार

यहां आने में 4 घंटे लगते हैं, लेकिन किसी प्रधानमंत्री को यहां आने में 4 दशक लग गए, कुवैत में प्रवासी भारतीयों से बोले पीएम मोदी

चुनाव नियमों में सरकार ने किया बदलाव, इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड के सार्वजनिक निरीक्षण पर प्रतिबंध