By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 05, 2022
काहिरा। सूडान में इस सप्ताह की शुरुआत में प्रधानमंत्री के इस्तीफे के बाद देश में मची उथल-पुथल के बीच राजधानी खार्तूम और अन्य शहरों में लोग तख्तापलट के विरोध में सड़कों पर उतर आए। सुरक्षा बलों ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन के आसपास के क्षेत्र सहित राजधानी में कई स्थानों पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। राष्ट्रपति भवन के आसपास 25 अक्टूबर को तख्तापलट के बाद से विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई बार झड़प हुई हैं। वीडियो में प्रदर्शनकारियों को सुरक्षा बलों पर पथराव करते और आंसू गैस के गोले दागते भी देखा गया।
हताहतों की तत्काल कोई सूचना नहीं है। तख्तापलट के बाद अब्दुल्ला हमदोक को प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया गया था, लेकिन सेना के साथ एक समझौते के तहत केवल एक महीने बाद उन्हें पद पर बहाल कर दिया गया था, जिसका उद्देश्य तनाव और तख्तापलट विरोधी प्रदर्शनों को शांत करना था। हमदोक ने रविवार को राजनीतिक गतिरोध के बीच यह कहकर पद छोड़ दिया कि वह सत्ताधारी सैन्य अधिकारियों और लोकतंत्र समर्थक आंदोलन के बीच समझौता करने में विफल रहे हैं। तख्तापलट के बाद से सूडान राजनीतिक रूप से पंगु हो गया है। लंबे समय से देश के निरंकुश शासक रहे उमर अल-बशीर और उनकी इस्लामी सरकार के खिलाफ आंदोलन के बाद उन्हें अप्रैल 2019 में सत्ता से हटाया गया था, जिसके करीब दो साल सेना ने तख्तापलट किया।
अंतरराष्ट्रीय दबाव में सेना ने एक तकनीकी कैबिनेट का नेतृत्व करने के लिए नवंबर में हमदोक को बहाल किया, लेकिन इस समझौते ने अल-बशीर के खिलाफ विद्रोह के पीछे लोकतंत्र समर्थक आंदोलन को दरकिनार कर दिया। तब से हमदोक तख्तापलट और सेना के साथ हुए समझौते के खिलाफ लगातार विरोध के बीच मंत्रिमंडल का गठन करने में असमर्थ रहे। तख्तापलट की निंदा करते हुए खार्तूम और ओमडुरमान में मंगलवार को हजारों लोगों ने मार्च में हिस्सा लिया। ऑनलाइन पोस्ट की गई तस्वीरों में युवा प्रदर्शनकारी गाते, ढोल बजाते और सूडानी झंडा लहराते दिखे। पूर्वी शहर पोर्ट सूडान और दारफुर क्षेत्र सहित अन्य शहरों में भी इसी तरह के प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों के अनुसार, प्रदर्शन के मद्देनजर अधिकारियों ने खार्तूम और ओमडुरमान में प्रमुख सड़कों और मार्गों को बंद कर दिया।