By अंकित सिंह | Jan 06, 2025
प्रभासाक्षी के साप्ताहिक कार्यक्रम चाय पर समीक्षा में इस सप्ताह हमने दिल्ली और बिहार की राजनीति पर फोकस किया। हमेशा की तरह इस कार्यक्रम में मौजूद रहे प्रभासाक्षी के संपादक नीरज कुमार दुबे। नीरज कुमार दुबे ने बताया कि कैसे 2025 राजनीतिक लिहाज से महत्वपूर्ण है। साथ ही साथ नीरज दुबे ने यह भी बताया कि 2025 में बीजेपी को नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है, कांग्रेस को भी अध्यक्ष मिल सकता है। इसके अलावा नीरज कुमार दुबे ने कहा कि यह साल एक देश एक चुनाव, समान नागरिक संहिता और वक्फ बोर्ड बिल को लेकर भी काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। इसके बाद हमने चुनावी दंगल पर बात की क्योंकि दिल्ली में अब दमदार तरीके से राजनीति तेज हो गई है।
दिल्ली में जिस तरीके से सियासत हो रही है, उस पर नीरज कुमार दुबे ने कहा कि केजरीवाल एक के बाद एक चुनावी वादों का ऐलान कर रहे हैं, इससे साफ तौर पर पता चल रहा है कि वह कहीं ना कहीं दबाव में हैं। नीरज दुबे ने कहा कि आम आदमी पार्टी को अपनी स्थिति अच्छी नहीं लग रही है इसलिए वह लगातार डैमेज कंट्रोल की कोशिश में है। नीरज दुबे ने कहा कि इस बार के चुनाव में भाजपा और कांग्रेस से पूरी ताकत के साथ उतरने जा रही है। उम्मीदवारों की सूची को देखें तो दोनों पार्टियों की ओर से कद्दावर नेताओं को चुनावी मैदान में उतरा जा रहा है। ऐसे में दिल्ली का चुनाव इस बार अरविंद केजरीवाल के लिए आसान नहीं दिख रहा है।
नीरज दुबे ने कहा कि पिछले दो ढाई सालों में भाजपा ने दिल्ली में जबरदस्त तरीके से मेहनत किया है। हमने यह भी देखा है कि लगातार तीसरी बार भाजपा ने दिल्ली की सातों की सातों लोकसभा सीट पर जीत दर्ज की है। ऐसे में उसका हौसला बुलंद है। भाजपा को उम्मीद है कि केजरीवाल के खिलाफ जो भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं। इसके अलावा उनकी पार्टी को लेकर दिल्ली में एक लहर है। इस वजह से भाजपा को जीत मिल सकती है। भाजपा की सूची को देखें तो कद्दावर नेताओं के साथ-साथ नए नेताओं को भी मौका दिया गया है। वहीं कांग्रेस ने भी अपनी पूरी ताकत दिखानी शुरू कर दी है।
नीरज दुबे ने कहा कि कांग्रेस को यह लगता है कि अगर दिल्ली में आम आदमी पार्टी कमजोर होती है तो पंजाब में उसके लिए संभावनाएं बढ़ सकती हैं। यही कारण है कि कांग्रेस किसी भी कीमत पर आम आदमी पार्टी से कोई समझौता करने को तैयार नहीं है और अपनी पूरी मजबूती के साथ दिल्ली में चुनाव लड़ने की तैयारी में है। नीरज दुबे ने यह भी कहा कि लगातार 10 वर्षों से अरविंद केजरीवाल दिल्ली की सत्ता में है, ऐसे में कहीं ना कहीं जनता में एक निराशा की भावना जरूर होगी जिसे भाजपा और कांग्रेस बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं।
नीरज दुबे ने कहा कि आम आदमी पार्टी जिस भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करके राजनीति में आई थी, इसी भ्रष्टाचार की जाल में वह पूरी तरीके से फंस गई। पार्टी के तमाम बड़े नेता भ्रष्टाचार के आरोप में जेल जा चुके हैं। यह तमाम भ्रष्टाचार के आरोप कांग्रेस की ओर से लगाए गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल कह रहे हैं कि जनता उन्हें वोट देगी तब वह सीएम बनेंगे। लेकिन कहीं ना कहीं सुप्रीम कोर्ट ने जो पाबंदी उनके जमानत को लेकर लगाई है, उसके बाद भी यह पाबंदी जारी रहेगी। नीरज दुबे ने यह भी कहा कि दिल्ली का हाल खराब है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर किस तरीके से बढ़ता है, यह हम सब ने देखा है। इसके अलावा भ्रष्टाचार बढ़ा है। दिल्ली में गंदगी की भरमार हो चुकी है। तो कहीं ना कहीं यह तमाम ऐसे मुद्दे हैं जो केजरीवाल को परेशान कर रहे हैं।
वहीं, बिहार को लेकर नीरज कुमार दुबे ने कहा कि वहां की राजनीति को समझना काफी मुश्किल है। नीतीश कुमार कब और कहां रहेंगे, यह बताना आसान नहीं है। नीरज कुमार दुबे ने कहा कि बिहार में लगातार प्रेशर पॉलिटिक्स चल रहा है। नीरज दुबे ने यह भी कहा कि भाजपा के लिए नीतीश कुमार मजबूरी हैं। हालांकि ऐसा नहीं है कि फिलहाल भाजपा उन्हें निराशा करना चाहेगी क्योंकि केंद्र में भाजपा को नीतीश कुमार की बहुत जरूरत है। लालू यादव की राजनीति भ्रम फैलाने वाली रहती है। वही प्रशांत किशोर एक चुनौती के रूप में बिहार के राजनीति में उभर रहे हैं।