By अंकित सिंह | Sep 22, 2021
दुनिया में सबसे ज्यादा चिंता आतंकवाद को लेकर सभी देश जताते रहे हैं। लेकिन वर्तमान में देखें तो आतंकवाद सभी देशों के लिए सबसे बड़ी चुनौती बनती दिखाई दे रही है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक बार फिर से आतंकवाद को लेकर चेतावनी दी है। जो बाइडन की यह चेतावनी ऐसे समय में आई है जब अमेरिका के वापसी के बाद अफगानिस्तान की स्थिति खराब है। इसके साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि दिल्ली में ओवैसी के आवास पर किसने तोड़फोड़ की। इसके अलावा आखिर नरेंद्र गिरी मामले में जांच कहां तक पहुंची है यह भी बताएंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने राष्ट्रों से आह्वान किया कि वे दुनिया के सुदूर क्षेत्रों या हमारे अपने आसपास से पैदा होने वाले आतंकवाद के खतरे के प्रति सतर्क रहें। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग अमेरिका के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देते हैं, उन्हें अमेरिका के रूप में एक एक प्रतिबद्ध शत्रु मिलता रहेगा। बाइडन ने अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पहले संबोधन में कहा कि आज की दुनिया 2001 की दुनिया नहीं है और अमेरिका वही देश नहीं है, जब हम पर 20 साल पहले हमला हुआ था। उन्होंने कहा कि अमेरिका विश्व को कार्रवाई के लिए एकजुट करना चाहता है और हम सिर्फ अपनी शक्ति के जरिए उदाहरण नहीं पेश करेंगे बल्कि ईश्वर की इच्छा के साथ अपने उदाहरण की शक्ति के साथ नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका आतंकवादी खतरों सहित विभिन्न हमलों के खिलाफ अपनी, अपने सहयोगियों और अपने हितों की रक्षा करता रहेगा तथा हम जरूरत पड़ने पर बल प्रयोग करने के लिए तैयार हैं।
अशोक रोड पर स्थित एआईएमआईएम के प्रमुख एवं हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के आधिकारिक आवास में तोड़फोड़ हुआ है। दिल्ली पुलिस ने ऐसा करने के आरोप में हिंदू सेना के पांच सदस्यों को हिरासत में लिया। यह घटना मंगलवार शाम को हुई। नयी दिल्ली क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त दीपक यादव ने कहा कि घटना में कथित संलिप्तता के लिए पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। घटना पर बोलते हुए ओवैसी ने कहा कि इन लोगों को कट्टरपंथी बनाया गया है और कट्टरपंथ की जिम्मेदारी भाजपा पर है। अगर किसी सांसद के आवास पर हमला हो रहा है, तो देश भर में क्या संदेश जाता है?
उत्तर प्रदेश पुलिस ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और श्रीमठ बाघंबरी गद्दी के महंत नरेंद्र गिरि की मृत्यु मामले की जांच के लिए 18 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया और हरिद्वार में संत के एक शिष्य को हिरासत में ले लिया। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महंत की मृत्यु से जुड़े सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। बताया जा रहा है कि नरेंद्र गिरि मौत मामले में पुलिस ने करीब 12 घंटे तक आनंद गिरि से पूछताछ की है।