बोधेश्वर महादेव मंदिर में आते हैं हजारों सांप और दूर होते हैं 'असाध्य रोग'

By विंध्यवासिनी सिंह | Oct 10, 2020

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के बांगरमऊ के पास स्थित बोधेश्वर महादेव के मंदिर को लेकर लोगों में गहन आस्था है। इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि मंदिर स्थित शिवलिंग के स्पर्श मात्र से ही लंबे समय से पीड़ित गंभीर रोग दूर हो जाते हैं। इतना ही नहीं, इस मंदिर में दर्शन के लिए देशभर से श्रद्धालु आते हैं और दर्शन के साथ ही अपने रोगों से मुक्ति पाते हैं।

इसे भी पढ़ें: एक ऐसा मंदिर जो है भारत के शूरवीरों को समर्पित

क्या है कहानी?

इस मंदिर को लेकर एक कथा बेहद प्रचलित है जिसके अनुसार कहा जाता है कि एक बार नेवल के राजा को भगवान शिव ने सपने में आकर पंचमुखी शिवलिंग, नंदी और नवग्रह स्थापित करने के आदेश दिए। भगवान शिव से आदेश प्राप्त करने के बाद राजा ने इस कार्य को प्रारंभ किया और जब पंचमुखी शिवलिंग, नंदी और नवग्रह का निर्माण हो गया तो रथ पर इन्हें लेकर नगर में प्रवेश किया जाने लगा। तभी अचानक रथ का पहिया जमीन में धंसने लगा और लाख प्रयास के बाद भी रथ के पहिए को जमीन से नहीं निकाला जा सका। अंत में राजा ने उसी स्थान पर शिवलिंग, नंदी और नवग्रह की स्थापना कर भव्य मंदिर का निर्माण कराया। वहीं भगवान शिव द्वारा बोध कराए जाने के कारण इस मंदिर को 'बोधेश्वर महादेव' का मंदिर कहा जाता है।


मंदिर की बनावट

इस मंदिर की बनावट बेहद खूबसूरत है और इसे 15वीं शताब्दी की कलाकृति कही जाती है। मंदिर में स्थापित पंचमुखी शिवलिंग के पत्थर के विषय में कहा जाता है कि यह पत्थर दुर्लभ है और 400 साल पहले विलुप्त हो चुका है। अब धरती पर यह पत्थर नहीं मिलते हैं। वहीं नंदी और नवग्रह में जो पत्थर लगे हैं, उन पर पाषाण काल की पच्चीकारी की गई है जो अपने आप में अद्भुत है।


सांपों को लेकर मान्यता

यहां के रहने वाले स्थानीय लोग कहते हैं कि आधी रात को हजारों की संख्या में इस मंदिर में सांप आते हैं और शिवलिंग के स्पर्श के बाद वापस जंगलों की तरफ चले जाते हैं। हालांकि लोग इस बात को भी बताते हैं कि आज तक इन सांपों द्वारा स्थानीय लोगों को हानि नहीं पहुंचाई गई है। ये सांप चुपचाप आते हैं और शिवलिंग के स्पर्श के बाद वापस अपने धाम को चले जाते हैं। 

इसे भी पढ़ें: कैला देवी मंदिरः यहां विराजमान देवी को मानते है भगवान श्री कृष्ण की बहन

दूर होते हैं असाध्य रोग

इस मंदिर के विषय में यह भी प्रचलित है कि लोग यहाँ आकर मंदिर के शिवलिंग को स्पर्श करते हैं और उनके लम्बे समय से चले आ रहे असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं। 


ज़ाहिर तौर पर मनुष्यों की आस्था यहाँ से जुड़ी हुई है।


- विंध्यवासिनी सिंह

प्रमुख खबरें

महाराष्ट्र के नए सीएम पर दिल्ली में मंथन, अमित शाह के साथ शिंदे, फडणवीस और पवार की बैठक

अगर आपके पास भी हैं दो PAN Card तो हो जाएं सावधान, लग सकता है 10 हजार रुपये का जुर्माना, जानें पूरी जानकारी

अल्पसंख्यकों के जीवन की रक्षा करना बांग्लादेश की जिम्मेदारी, संसद में विदेश मंत्रालय का बयान

OTP मामले पर TRAI का नया नियम 1 दिसंबर से होगा लागू, मैसेज ट्रैकिंग में मिलेगी मदद