अयोध्या। भगवान श्री राम के भव्य मंदिर निर्माण के साथ अयोध्या के प्रसिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी मंदिर को भी विकसित किए जाने की मांग जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरी ने उठाई है। और वर्तमान भाजपा की सरकार से मांग किया है। आने वाले विधानसभा चुनाव में धार्मिक क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति को ही अयोध्या का जनप्रतिनिधि बने। दरसल जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरी अयोध्या पहुंचे। जहां राम जन्मभूमि परिसर में रामलला के दर्शन के साथ मंदिर निर्माण के कार्यों को भी देखा।
अयोध्या पहुंचे जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यतींद्रानंद गिरी ने कहा कि अयोध्या में सदियों के बाद एक ऐसा अवसर आया है। कि वास्तव में प्रभु श्री राम चक्रवर्ती सम्राट भी थे। और इस विराट के स्वामी भी हैं। उनका जैसा भव्य और दिव्य विशालतम मंदिर बनना चाहिए आज उसी तरह मंदिर बन रहा है। और प्रभु श्री राम केवल एक समुदाय के नहीं है। प्रभु समग्र सृष्टि के हैं। राम का जो जीवन है उनका जो आदर्श है। यह पूरे विश्व को अपनाना चाहिए। और कहीं ना कहीं अयोध्या आगे भारत की एक अध्यात्मिक सांस्कृतिक और धार्मिक नगरी बनने जा रहे हैं।
वहीं कहा कि मैं एक आग्रह और करना चाहूंगा। कि भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार योगी से जिस प्रकार से जिस भव्यता के साथ प्रभु श्री राम का मंदिर बनना चाहिए। वह बन रहा है। लेकिन उसी भव्यता के साथ श्री हनुमान जी का स्थान हनुमानगढ़ी उसका स्वरूप भी परिवर्तित होना चाहिए। उसका स्वरूप भी उसी भव्यता और दिव्यता के साथ बनना चाहिए। कहा कि राम जी बिना हनुमान जी के शोभा नहीं होता है। इसलिए हनुमानगढ़ी का विकास होना चाहिए। और उसी पर होना चाहिए। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में चुनावों का दौर आ रहा है। अयोध्या एक धार्मिक नगरी है। यहां से धर्म का संदेश जाता है। इसलिए अयोध्या में जो भी प्रतिनिधि हो व धार्मिक क्षेत्र से हो भारतीय जनता पार्टी से निवेदन करते हुए कहा कि जो धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र से जुड़ा हो उसी को यहां प्रतिनिधि के तौर पर अवसर प्रदान करें।