By प्रिया मिश्रा | Mar 22, 2022
भारतीय संस्कृति में विवाह को दो आत्माओं का मिलन माना जाता है। ऐसी कहावत है कि जोड़ियाँ ऊपर से लिखकर आती हैं। लेकिन कुछ लोगों की शादी बहुत प्रयासों के बाद भी नहीं हो पाती है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार गृहों और नक्षत्रों की स्थिति अनुकूल ना होने से कई बार शादी में बाधाएँ आती हैं और विलंब होता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, विवाह में बाधा दूर करने के लिए 'स्वयंवर पार्वती मंत्र' का जाप करना बेहद लाभकारी माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि यह मंत्र माता पार्वती को ऋषि दुर्वासा से प्राप्त हुआ था। इसी मंत्र से माता पार्वती ने भगवान शिव को प्राप्त किया था। इसीलिए इस मंत्र को स्वयंवर पार्वती मंत्र कहा जाता है। यह मंत्र स्वयंवर पार्वती स्त्रोत के प्रत्येक श्लोक के पहले अक्षर को जोड़कर बनाया गया है। यह बहुत ही प्रभावशाली मंत्र है, जिसके जाप से विवाह में आ रही सारी बाधाएँ दूर होती हैं।
स्वयंवर पार्वती मंत्र
ॐ ह्रीं योगिनी योगिनी योगेश्वरी योग भयंकरी
सकल स्थावर जंगमस्य मुख हृदयं मम वशं
आकर्षय आकर्षय नमः।।
स्वयंवर पार्वती मंत्र के लाभ
यदि किसी कन्या या पुरुष के विवाह में बाधा आ रही हो तो उन्हें इस मंत्र का श्रद्धापूर्वक इस मंत्र का जाप करें। इससे आपकी शादी में आ रही बाधाएं दूर होंगी और शीघ्र विवाह के योग बनेंगे।
यदि आप किसी से प्रेम विवाह करना चाहते हैं तो इस मंत्र के जाप से आपको अपना मनचाहा जीवनसाथी मिलेगा। इसके लिए इस मंत्र का जाप पूरी श्रद्धा और भक्तिभाव से करें।
अगर आपके वैवाहिक जीवन में परेशानियाँ आ रही हों या लड़ाई-झगड़े होते हों तो इस मंत्र के जाप से ये सभी समस्याएं दूर होंगी। इस मंत्र के श्रद्धापूर्वक जाप से आपका दांपत्य जीवन सुखमय बीतेगा।
- प्रिया मिश्रा