By रेनू तिवारी | Dec 10, 2020
ख्वाहिशों का अंत नहीं होता इंसान सपने देखता रहता है और उसे पूरा करने की कोशिश भी करता है। इन सपनों में से कुछ पूरे हो पाते हैं और कुछ नहीं। आम आदमी से लेकर बड़े-बड़े सेलेब्रिटी की भी बहुत सी ख्वाहिशें अधूरी है। तमाम पैसा होने के बाद भी वह अपनी इच्छाओं को पूरा नहीं कर सकते।
कुछ ऐसा ही अजय देवगन के साथ भी हुआ। अपने सफर की शुरूआत उन्होंने फिल्म फूल और कांटे से की थी। वह फिल्म काफी ज्यादा हिट हुई। अजय देवगन को फिल्म में उनके अभिनय के लिए काफी पसंद किया गया। धीरे-धीरे करके उन्होंने अपने लिए रास्ते खोजने शुरू किए। उन्होंने पहली सफलता के बाद कई हिट फिल्में दी। एक दौर ऐसा भी आया था जब उनकी कई फिल्में फ्लॉप भी हुई थी लेकिन ये जिंदगी का सफर था हार-जीत तो होगी। अजय देवगन ने हार नहीं मानी और वह लगातार मेहनत करते गये। अजय देवगन ने अपने अभिनय में काफी परिवर्तन किया और गंभीर फिल्में करना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे उन्होंने एक्शन के साथ-साथ कॉमेडी में भी हाथ डाला और शानदार कॉमेडी करते हुए भी नजर आये। बॉलीवुड की दुनिया में आज अजय देवगन की एक अलग पहचान है।
इतना बड़ी पहचान बनाने के बाद अजय देवगन का एक सपना अधूरा रह गया और अब उस सपने के पूरा होने की सारी उम्मीदें भी टूट गयी है। अजय देवगन सिनेमा का सम्राट दिलीप कुमार के साथ एक फिल्म करना चाहते थे। वह बचपन से ही दिलीप कुमार के फैन थे। अपने करियर में वह यह उपलब्धी हालिस करना चाहते थे। जब अजय देवगन फिल्मों में आये तब तक दिलीप कुमार ने ज्यादा फिल्में करना बंद कर दिया था। वह साल-दो साल में एक फिल्म में अभिनय करते थे। अजय देवगन को मौका नहीं मिल रहा था।
एक दिन अजय देवगन ने सीधे जाकर दिलीप कुमार जी से बात की और कहा कि मैं आपको लेकर फिल्म बनाना चाहता हूं। फिल्म करने के लिए दिलीप जी मान गये। अजय देवगन ने फिल्म के नाम का भी ऐलान कर दिया था। फिल्म का नाम असर - द इंपेक्ट रखा गया। किसी कारण ये फिल्म शुरू न हो सकी। वक्त बीतता गया और अजय की ये फिल्म धरी की धरी रह गयी।
अब दिलीप कुमार की काफी उम्र हो गयी है। वह फिल्में नहीं कर सकते। वह घर में रहते है उनकी हालत भी ज्यादा ठीक नहीं है। हाल ही में सायरा बानो ने दिलीप कुमार की हेल्थ के बारे में भी बात की और बताया की वह अब चीजे भूल जाते हैं। वह चल भी नहीं पाते। ऐसी हालत में काम करना किसी रूप में मुमकिन नहीं हैं। इस लिए अजय देवगन की यह ख्वाहिश अब कभी पूरी नहीं हो सकती।