सागर। आजादी के बाद देश के इतिहास में किसानों की समृद्धि के लिए उनके विकास के लिए केंद्र की अटल बिहारी वाजपेई की सरकार एवं वर्तमान की मोदी सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिए है। लेकिन कांग्रेस और वामपंथी दल जो किसानों को सिर्फ वोट बैंक मानती आयी है उनका भला नहीं चाहती और इसलिए किसान आंदोलन के नाम पर सारे विपक्षी दल किसानों को भ्रमित करने का काम कर रहे है। मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि सुधार बिल से किसान समृद्ध और समक्ष बनेगा। यह बात बुधवार को सागर में किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, प्रदेश शासन के मंत्री गोपाल भार्गव ने कही। सम्मेलन को प्रदेश शासन के मंत्री भूपेन्द्र सिंह, बृजेन्द्र प्रताप सिंह, प्रदेश महामंत्री हरिशंकर खटीक, सांसद वीरेन्द्र खटीक एवं राजबहादुर सिंह ने भी संबोधित किया।
कांग्रेस और विपक्षी दलों ने हमेशा किसानों के साथ धोखा और छलावा किया
किसानों को संबोधित करते हुए प्रहलाद पटेल ने कहा कि किसी भी आंदोलन के लिए तथ्य होना जरूरी है। लेकिन विपक्षी दल तथ्यहीन और आधारहीन बातों पर किसानों को भ्रमित कर आंदोलन को हवा दे रहे है। उन्होंने कहा कि हकीकत में यह आंदोलन पंजाब से उठा है। इसकी बडी वजह पंजाब की मंडियों में किसानों के साथ बडे पैमाने पर बिचौलियों द्वारा आर्थिक शोषण किया जाता है। नए कृषि संशोधन कानून से बिचौलिए खत्म होंगे और इसलिए किसानों को विपक्षी दल भ्रमित कर रहे है। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के नाम पर नरेन्द्र मोदी जी की छवि धूमिल की जा रही है। लेकिन देश का किसान मोदी जी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडा है।
राज्यसभा और लोकसभा में कानून बना तब विपक्षी दल कहां थे ? : भार्गव
प्रदेश शासन के मंत्री गोपाल भार्गव ने संबोधित करते हुए कहा कि कृषि संशोधन कानून को लेकर जो राजनीतिक दल विरोध कर रहे है ये लोग तब कहाँ थे जब राज्यसभा और लोकसभा के दोनों सदनों में यह कानून बन रहा था। कांग्रेस और तथाकथित वामपंथी दल किसानों के कंधे का उपयोग कर विरोध कर रहे है। देश विरोधी ताकतें किसानों को भड़काने का प्रयास कर रही है। यह वही ताकतें है जिनकी फंडिंग भारत को कमजोर करने के लिए विदेशों से हो रही है। किसान आंदोलन के नाम पर कांग्रेस लोकतंत्र पर भीड़तंत्र हावी करने का प्रयास कर रही है।
उन्होंने उपस्थित किसानों ओर कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए कहा कि आप गांव गांव जाएं हर चौपाल पर किसानों को कृषि कानून के बारे में विरोधी दलों द्वारा फैलाये जा रहे भ्रम को दूर करते हुए उन्हें बेनकाब करें और किसानों को कानून के फायदे बताएं। उन्होंने कहा कि 2003 के पूर्व मध्य प्रदेश में किसानों की स्थिति ठीक नहीं थी। दिग्विजय सिंह के कार्यकाल को लालटेन युग कहा जाता था। जब प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने किसानों के हित में ऐतिहासिक फैसले लिए। आज मध्य प्रदेश किसान हितैषी राज्य के रूप में देश में पहचाना जाता है।
भाजपा सरकारें किसानों के लिए संकल्पबद्ध : भूपेन्द्र सिंह
किसान सम्मेलन को केबिनेट मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि कृषि सुधार कानून से देश के किसान समृद्धशील बनेगा। यह कानून किसानों को स्वतंत्रता देगा। जिससे किसान आर्थिक रूप से संपन्न होंगा। उन्होंने कहा कि जब यूपीए सरकार कृषि सुधार बिल ला रही थी तब कांग्रेस समर्थन में थी, लेकिन आज मोदी जी ने इसे कानून बनाया है तो कांग्रेस ओैर विपक्षी दल भ्रम फैला रहे है। उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी जी के निर्णय में देश का हर किसान साथ खडा है।
कैबिनेट मंत्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा देश के लिए ऐतिहासिक निर्णय लिए है। धारा 370, सीएए कानून और राममंदिर का निर्माण प्रत्यक्ष उदाहरण है। कृषि संशोधन कानून ऐसा ही ऐतिहासिक निर्णय है। इस कानून से कृषि जगत में नई क्रांति का सूत्रपात होगा। प्रदेश महामंत्री हरिशंकर खटीक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के हित में कृषि सुधार कानून बनाकर किसानों को स्वतंत्रता से जीने का अधिकार दिया है। इस कानून से किसान आर्थिक रूप से समक्ष होंगे। सम्मेलन का संचालन जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया एवं आभार राजेन्द्र सिंह मोकलपुर ने माना।
सम्मेलन में सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार खटीक, राजबहादुर सिंह, शैलेन्द्र जैन, प्रदीप लारिया, प्रह्लाद लोधी, धर्मेन्द्र लोधी, महेश राय, प्रद्युम्न सिंह लोधी, पी एल तंतवाय, पूर्व विधायक श्रीमती ललिता यादव, रामकृष्ण कुसमरिया, श्रीमती रेखा यादव, भानु राणा, जिलाध्यक्ष मलखान सिंह, अमित नूना सहित सागर संभाग के सभी पार्टी पदाधिकारी एवं हजारों की संख्या में किसान उपस्थित थे।