By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Sep 16, 2022
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन का मानना है कि श्रमिक संगठनों से मध्यम वर्ग बना है, लेकिन उन्हें यह भी पता है कि मध्यावधि चुनाव से पहले रेल कर्मचारियों की हड़ताल अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकती है। रेल कर्मचारियों की हड़ताल को टालने के प्रयासों के तहत उनके प्रशासन के अधिकारियों ने रेलवे और श्रमिक संगठनों के साथ वाशिंगटन में बातचीत जारी रखने के लिए पूरी कोशिश की।
रात भर चली लंबी बातचीत के बाद सफलता मिली और बाइडेन ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि हड़ताल टालने के लिए विभिन्न पक्ष एक अस्थायी समझौते पर पहुंच गए हैं और इस पर श्रमिक संगठनों के सदस्य अंतिम फैसला करेंगे। डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति ने हड़ताल को टालने के लिए हुए समझौते को सभी पक्षों की जीत बताते हुए एक बयान में इसकी सराहना की। उन्होंने कहा, इन रेल कर्मचारियों को बेहतर वेतन, बेहतर काम करने की स्थिति और स्वास्थ्य देखभाल पर खर्च को लेकर शांति मिलेगी: सभी कड़ी मेहनत से अर्जित हैं।
यह समझौता रेलवे कंपनियों के लिए भी एक जीत है जो ऐसे उद्योग में अधिक कर्मियों को बनाए रखने और भर्ती करने में सक्षम होंगे जो आने वाले दशकों तक अमेरिकी अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी का हिस्सा बना रहेगा।’’ अगर रेलवे कर्मियों के 12 संगठनों के साथ समझौता नहीं होता तो शुक्रवार से रेल सेवाएं प्रभावित हो सकती थीं और भोजन तथा ईंधन की ढुलाई ठप हो सकती थी। इससे प्रतिदिन दो अरब अमेरिकी डॉलर का नुकसान हो सकता था।