G20 Summit के सफल आयोजन के बाद VK Saxena ने किया इंद्र देव का शुक्रिया अदा, जानें क्या है कारण

By रितिका कमठान | Sep 11, 2023

नयी दिल्ली। जी20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन हो चुका है। इसके साथ ही सम्मेलन का समापन भी अच्छे से किया जा चुका है। नई दिल्ली में आयोजित किए गए इस जी20 शिखर सम्मेलन के बाद अधिकतर मेहमान अपने देश लौट चुके है। भारत की राजधानी में आयोजित किया गया ये शिखर सम्मेलन बेहद ऐतिहासिक होने के साथ ही सफल भी रहा।

 

इस सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली और एनसीआर के स्थानीय लोगों को इस मौके पर समर्थन करने के लिए उनका धन्यवाद दिया है। इसके साथ ही उन्होंने "बारिश के देवता" इंद्र देव का भी धन्यवाद किया। इससे तापमान और प्रदूषण का स्तर भी कम रहा। इसी बीच उपराज्यपाल ने एक बयान में कहा कि जनता के समर्थन, उत्साह और असवुधाओं के बाद भी धैर्य के बिना अंतर्राष्ट्रीय आयोजन पूर्णता के साथ नहीं हो सकता था, जैसा कि हुआ है।

 

इस दौरान वीके सक्सेना ने विभिन्न केंद्रीय और राज्य सरकार की एजेंसियों के हजारों कर्मचारियों-अधिकारियों को उनके योगदान के लिए आभार भी व्यक्त किया। उन्होंने कर्मचारियों व अधिकारियों का जिक्र करते हुए कहा कि जी20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन को लेकर बीते कुछ महीनों में उनकी चौबीसों घंटे की उत्कृष्ट कड़ी मेहनत के परिणामस्वरूप दिल्ली आने वाले गणमान्य व्यक्तियों के लिए एक स्वच्छ और सुंदर मेजबान शहर बन गया है।

 

उपराज्यपाल के सचिवालय ने कहा कि वीके सक्सेना ने सुरक्षा व्यवस्था, नागरिक बुनियादी ढांचे और सेवाओं, सौंदर्यीकरण और सामान्य रखरखाव पर निरंतर निगरानी रखी थी। पूरे शनिवार और रविवार को, एलजी पुलिस आयुक्त के संपर्क में रहे, वीवीआईपी आंदोलन, कार-केड मार्गों, यातायात और सार्वजनिक परिवहन पर नज़र रखते हुए, और यह सुनिश्चित किया कि प्रतिबंधित क्षेत्र के बाहर के बाजार खुले रहें और खरीदार और यात्री न आएं। किसी भी समस्या का सामना करें,'' एक अधिकारी ने कहा, कि सक्सेना ने शहर के विभिन्न हिस्सों में गणमान्य व्यक्तियों की कई अनिर्धारित यात्राओं को ''त्रुटिहीन'' ढंग से संभालने के लिए दिल्ली पुलिस की सराहना की थी।

 

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की मेजबानी में जी20 नेताओं के लिए आयोजित रात्रिभोज के दौरान वर्षा शुरू हो जाने के चलते दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना ने बारिश से जुड़ी आकस्मिक योजना लागू की। राज निवास के अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि सक्सेना ने जी20 शिखर सम्मेलन को सफल बनाने के लिए दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के निवासियों का शुक्रिया अदा किया। 

 

एक अधिकारी ने कहा, ‘‘उपराज्यपाल ने रेखांकित किया कि असुविधाओं के बीच उनके समर्थन, उत्साह और धैर्य के बगैर यह अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम इतनी अच्छी तरह से आयोजित नहीं हो पाता।’’ सक्सेना ने वर्षा के देवता (इंद्र) को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने तापमान गिरा कर और वायु गुणवत्ता सूचकांक बेहतर कर आगंतुक गणमान्य लोगों के यहां ठहरने को कहीं अधिक खास बना दिया। मूसलाधार बारिश होने की स्थिति से निपटने के लिए कई सरकारी विभागों और एजेंसियों ने आकस्मिक योजनाएं बना रखी थीं। 

 

अधिकारी ने कहा, ‘‘जलभराव के जोखिम वाले कुछ स्थानों पर तुरंत पंप चालू कर दिये गये। रात में 15 मिनट के अंदर जल निकासी कर दी गई। इसी तरह, बारिश और तेज हवा के कारण गिर गये गमले के पौधों को तुरंत बदल दिया गया। साथ ही, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) इलाके में गिरे पेड़ों को तुरंत हटा दिया गया।’’ उन्होंने कहा कि इसी तरह जाम नोजल के कारण एक फव्वारे ने काम करना बंद दिया, जिसकी मरम्मत करने के लिए अधिकारी तुरंत हरकत में आ गए। 

 

अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रेसीडेंट ऑफ भारत (भारत की राष्ट्रपति) की मेजबानी में आयोजित रात्रिभोज के दौरान, बारिश शुरू हो गई और सक्सेना ने इस तरह की अकस्मात स्थिति के लिए एक आकस्मिक योजना लागू कर दी।’’ मुर्मू ने यहां शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम में जी20 अतिथियों के लिए शनिवार को रात्रिभोज की मेजबानी की। इस उद्देश्य के लिए तैनात उपराज्यपाल सचिवालय सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों ने नियमित अंतराल पर उन्हें समस्याओं और उनका समाधान करने के लिए उठाये गये कदमों से अवगत कराया। 

 

अधिकारी ने बताया कि यह कवायद रातभर जारी रही और इस बारे में ज्यादातर जानकारी सक्सेना को फोन पर दी गई। सक्सेना ने रविवार सुबह महात्मा गांधी के समाधि स्थल राजघाट पर गणमान्य लोगों के पहुंचने के दौरान भी नजर रखी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतारेस सहित जी20 नेताओं रविवार को राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजघाट पर इन नेताओं की अगवानी की। अधिकारी ने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित करने के लिए कि राजघाट का दौरा करने वाले गणमान्य व्यक्तियों को कोई असुविधा नहीं हो, उपराज्यपाल ने सुनिश्चित किया कि बारिश से गीले हुए फर्श को प्रत्येक आगंतुक के पहुंचने के 90 सेकंड के अंतराल के बीच सूखा दिया जाए।’’ 

 

इंडिया ट्रेड प्रोमोशन आर्गेनाइजेशन (आईटीपीओ) के अधिकारियों ने सुबह पांच बजे सक्सेना को सूचित किया कि रातभर लगातार हुई बारिश के चलते आईटीपीओ परिसर के द्वार संख्या 5 के पास पार्किंग क्षेत्र में पानी भर गया है। सक्सेना को इसके बाद सुबह छह बजे सूचित किया गया कि जल निकासी के लिए लगाये गये पंप की मदद से पानी निकाल दिया गया है। आईटीपीओ में ही भारत मंडपम निर्मित किया गया है। उन्होंने बताया कि गणमान्य व्यक्ति जब दूसरे दिन के सत्र के लिए पूर्वाह्न 10 बजे वहां पहुंचना शुरू किया, तब यह क्षेत्र साफ-सुथरा और हरित था। उन्होंने बताया कि इस कार्य के दौरान वहां तैनात अधिकारियों ने वहां की तस्वीरें भी उपराज्यपाल को भेजी। सक्सेना ने इस आयोजन की तैयारियों से जुड़े कार्यों में शानदार योगदान देने वाले विभिन्न विभागों के हजारों कर्मचारियों का आभार भी जताया। 

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