By अनन्या मिश्रा | Nov 21, 2024
पंजाब यूनिवर्सिटी का एंथ्रोपोलॉजी विभाग इसकी पढ़ाई करवा रहा है। एडमिशन लेने के इच्छुक छात्रों को बता दें कि यहां पर मेरिट के आधार पर प्रवेश मिलता है। अगर आपको यहां पर प्रवेश मिल जाता है, तो आपको अपना भविष्य सुरक्षित समझना चाहिए। इसलिए आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको इस बारे में पूरी जानकारी देने जा रहे हैं।
बता दें कि साल 1960 में पीयू के एंथ्रोपोलॉजी विभाग की स्थापना प्रो. एसआरके चोपड़ा ने की थी। पहले यहां पर एमएससी की पढ़ाई होती थी, लेकिन वर्तमान समय में अन्य कोर्स भी शुरू हो गए हैं। यहां पर वर्तमान समय में एमएससी की 40 सीटें हैं। पिछले साल इस विभाग को 40 सीटों पर 142 आवेदन मिले थे, तो वहीं इस बार आवेदनों की संख्या 150 के बार पहुंचने की संभावना है। किसी भी सब्जेक्ट के ग्रेजुएट छात्र इसमें एडमिशन ले सकते हैं।
ऐसे होता है एडमिशन
यहां पर मेरिट के आधार पर एडमिशन होता है। मई-जून में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाती है। वहीं यह विभाग बीएससी ऑनर्स भी करवा रहा है और इसमें कुल 34 सीटें हैं। इसमें कॉमन एंट्रेंस टेस्ट के जरिए प्रवेश होता है। यह विभाग डिप्लोमा इन फॉरेंसिक साइंस एंड क्रिमोनोलॉजी भी करवाता है। इसमें 22 सीटें हैं और इसके लिए पिछले साल 145 आवेदन मिले थे। इन सभी कोर्स की पढ़ाई करने वाले युवाओं के लिए कई क्षेत्रों में नौकरी के मौके मिलते हैं।
नौकरी की संभावनाएं
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एमएससी करने के बाद स्टूडेंट्स को कई क्षेत्रों में नौकरी के अवसर मिलते हैं। यहां से पास आउट युवा बड़े-बड़े पदों पर कार्यरत हैं। उनको कम्युनिटी मेडिसिन, पीजीआई के चिल्ड्रन ग्रोथ एंड डेवलपमेंट और पब्लिक हेल्थ में नौकरी मिल जाती है। इसके अलावा एमएससी करने के बाद फॉरेंसिक मेडिसिन डिपार्टमेंट, जेनेटिक लैबोरेट्री, एंथ्रोपोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, मेडिकल इंस्टीट्यूट, ट्राइबल वेलफेयर डिपार्टमेंट, आर्कोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, आईसीएमसीआर लैबोरेट्री, न्यूट्रीशियन इंस्टीट्यूट आदि जगहों पर नौकरी की संभावनाएं रहती हैं।