By अंकित सिंह | Mar 20, 2025
नक्सली विद्रोहियों पर एक बड़ी कार्रवाई में, छत्तीसगढ़ में दो अलग-अलग मुठभेड़ों में प्रतिबंधित सीपीआई (माओवादी) के कम से कम 22 सदस्य मारे गए। ये ऑपरेशन बीजापुर और कांकेर जिलों में हुए, जहाँ सुरक्षा बलों ने नक्सल विरोधी अभियान चलाया। इसके बाद गृह मंत्री अमित शाह ने एक बार फिर से नक्सलियों के खात्मे की डेडलाइन बता दी है। अमित शाह ने एक्स पर लिखा कि ‘नक्सलमुक्त भारत अभियान’ की दिशा में आज हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में हमारे सुरक्षा बलों के 2 अलग-अलग ऑपरेशन्स में 22 नक्सली मारे गए।
शाह ने कहा कि मोदी सरकार नक्सलियों के विरुद्ध रुथलेस अप्रोच से आगे बढ़ रही है और समर्पण से लेकर समावेशन की तमाम सुविधाओं के बावजूद जो नक्सली आत्मसमर्पण नहीं कर रहे, उनके खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपना रही है। अगले साल 31 मार्च से पहले देश नक्सलमुक्त होने वाला है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि कांकेर और बीजापुर में दो अलग-अलग ऑपरेशन के बाद 22 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। हम अपने सुरक्षा बलों के प्रयासों की सराहना करते हैं।
उन्होंने कहा कि 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करना केंद्रीय गृह मंत्री का संकल्प भी है। हमें पूरा विश्वास है कि उनका संकल्प पूरा होगा। यह डबल इंजन वाली सरकार का लाभ है। छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष रमन सिंह ने कहा कि हमारे पुलिस कर्मियों को सफलता मिल रही है। हमारे सीएम विष्णुदेव साय और डिप्टी सीएम विजय शर्मा 2026 तक राज्य को पूरी तरह नक्सलवाद से मुक्त करने के इस अभियान में लगे हुए हैं। पुलिस कर्मियों का मनोबल ऊंचा है।