By अभिनय आकाश | Jan 09, 2024
भारत के खिलाफ जो जहर मालदीव की तरफ से लगातार उगला जा रहा था वो अब वहां के राष्ट्रपति की कुर्सी के लिए घातक साबित हो सकता है। भारत के लोग जब किसी चीन को बायकॉट करते हैं तो इसका असर दूर तक महसूस होता है। चाहे वो चीन का सामान हो या मालदीव का टूरिज्म। मालदीव की नई सरकार पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। विपक्षी दल ने उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की मांग कर दी है। मालदीव में संसदीय अल्पसंख्यक नेता अली अजीम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के बाद अविश्वास प्रस्ताव सहित मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को हटाने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया।
उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि हम, डेमोक्रेट, देश की विदेश नीति की स्थिरता को बनाए रखने और किसी भी पड़ोसी देश को अलग-थलग होने से रोकने के लिए समर्पित हैं। क्या आप राष्ट्रपति मोइज्जु को सत्ता से हटाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने को तैयार हैं? क्या मतदान शुरू करने के लिए तैयार है कोई भरोसा नहीं? मालदीव के कई मंत्रियों द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लक्षद्वीप यात्रा के बाद उनके खिलाफ सोशल मीडिया पर अपमानजनक टिप्पणियां पोस्ट करने के बाद विवाद पैदा हो गया। मालदीव सरकार ने पीएम मोदी के खिलाफ टिप्पणी करने पर तीन उपमंत्रियों को निलंबित कर दिया।
अब खबर ये भी आ रही है कि मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जु अगले सप्ताह में भारत की यात्रा पर आ सकते हैं। मालदीव की ओर से जनवरी में ही मोहम्मद मुइज्जु की भारत यात्रा का प्रस्ताव रखा गया था। मुइज्जु ने पिछले साल नवंबर में पदभार संभाला था। सत्ता में आने के बाद वो तुर्की, संयुक्त अरब अमीरात का दौरा कर चुके हैं। फिलहाल वो अपनी चीन यात्रा पर हैं।
मालदीव की मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, युवा मंत्रालय में उप मंत्री मालशा शरीफ, मरियम शिउना और अब्दुल्ला महज़ूम माजिद को निलंबित कर दिया गया। भारत में मालदीव के दूत को विदेश मंत्रालय में बुलाया गया और टिप्पणियों पर कड़ी चिंता व्यक्त की गई। मंत्रियों की अपमानजनक टिप्पणियों की भारत में आलोचना हुई है, कई मशहूर हस्तियों ने एक्स पर लोगों से मालदीव जाने के बजाय घरेलू पर्यटन स्थलों का पता लगाने का आग्रह किया है। सोशल मीडिया पर ऐसे पोस्ट भी किए गए जिनमें दावा किया गया कि विवाद के मद्देनजर कुछ भारतीय मालदीव की अपनी निर्धारित यात्रा रद्द कर रहे हैं।