जब लड़कियां युवावस्था में कदम रखती हैं तो जैसे−जैसे उनके अंगों का विकास होता जाता है वैसे−वैसे उन्हें कुछ परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। इन परेशानियों में कुछ अंदरूनी होती हैं तो कुछ बाहरी। अंदरूनी परेशानी तो लड़कियां किसी प्रकार सहन कर जाती हैं लेकिन बाहरी परेशानियों को लेकर उनमें संकोच का भाव उत्पन्न होता है। बाहरी परेशानियों में सबसे प्रमुख है मुंहासों की समस्या। लड़कियां मुंहासों को लेकर काफी चिंतामग्न रहती हैं और सखी−सहेलियों के बीच जाने में शर्म महसूस करती हैं और इनको मिटाने के लिए नित नए−नए समाधान तलाशती रहती हैं जिससे कई बार परेशानी बढ़ जाती है।
मुंहासे त्वचा के साफ न रहने के कारण या फिर उसके अधिक तैलीय होने के कारण होते हैं। बाजार में उपलब्ध विभिन्न प्रसाधनों को अपनाने की बजाय यदि लड़कियां निम्न बातों का ख्याल रखें तो उन्हें मुंहासों की समस्या से निजात मिल सकती है−
- पेट साफ रखें। कब्ज न हो इसके लिए हर रोज सुबह एक गिलास नींबू पानी जरूर लें।
- तली−भुनी व मिर्च मसालेदार चीजों के सेवन से बचें।
- मेकअप प्रसाधनों का प्रयोग कम से कम करें।
- खूब पानी पीएं।
- सप्ताह में दो बार चेहरे पर फेसपैक व एक बार फेसस्क्रब लगाएं। इससे त्वचा साफ व स्वस्थ रहेगी।
- जब तक मुंहासे हों, त्वचा पर मेडिकेटिड साबुन का प्रयोग करें।
- चेहरे को धोने के बाद त्वचा पर एस्ट्रिजेंट लोशन लगाएं।
- रात को सोने से पहले मुंहासों पर एस्ट्रिजेंट क्रीम भी जरूर लगाएं।
- खीरे या टमाटर के टुकड़े मलने से भी मुंहासे कम हो जाते हैं।
- त्वचा को धूल−मिट्टी से बचाएं।
- मुंहासों को कभी फोड़े नहीं। इससे मुंहासें फैल जाएंगे।
- चेहरे को हरदम साफ व स्वच्छ रखें। चेहरे पर चिकनाहट न आने दें। इसके लिए क्लीजिंग क्लज पैड्स का प्रयोग करें।
- मुंहासों वाल त्वचा पर फेशल, ब्लीचिंग व भाप आदि न लें।
- मुंहासों वाली त्वचा को साफ व स्वच्छ तौलिए से ही साफ करें।
मुंहासों की समस्या से निजात पाने के साथ ही यदि पूरे शरीर का भी ख्याल रखा जाए तो आपको युवावस्था के दौरान होने वाली कई परेशानियों से एक साथ छुटकारा मिल सकता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आप निम्न उपाय अपना सकती हैं−
- नियमित रूप से सुबह ताजी हवा में तेज−तेज चलें। इससे शरीर में रक्त का संचार ठीक होगा।
- शाम को भी आधा घंटा पैदल सैर जरूर करें।
- साइकिलिंग, तैराकी व रस्सी कूदना आदि भी यदि संभव हो तो जरूर करें।
- कुछ हल्की−फुल्की एक्सरसाइज भी करें। इससे शरीर में स्फूर्ति व लचीलापन आएगा।
- खानपान में फास्टफूड, साफ्ट ड्रिंक, आदि कम से कम लें।
- पौष्टिक व संतुलित आहार लें।
- भोजन में ताजे फलों का रस, सलाद, हरी पत्तेदार सब्जियों का सूप, दूध व दूध से बनी चीजों का सेवन अधिक करें।
- चाय व कॉफी निश्चित मात्रा में लें।
- धूम्रपान व अलकोहल के सेवन से बचें।
- तनावमुक्त रहें।
- कम से कम आठ−नौ घंटे की नींद जरूर लें।
- प्रीटी