By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 20, 2020
उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में भाजपा राज में जनता बुरी तरह त्रस्त है। कमजोरों पर भाजपा सरकार की दहशतगर्दी इतनी बढ़ी हुई है कि लोग विधान भवन के सामने ही आत्मदाह करने को मजबूर हो रहे हैं। प्रदेश के सर्वाधिक सुरक्षित क्षेत्र में आत्मदाह की घटनाएं सरकार के संवेदनहीन एवं अमानवीय होने का प्रमाण है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि कमजोरों पर सरकार का अत्याचार बढ़ता जा रहा है। दलितों पर अत्याचार सभी हदें पार कर गया है। बाराबंकी में दुकान पर कब्जे और लखनऊ में मकान मालिक के उत्पीड़न से क्षुब्ध लोगों ने कल आत्मदाह का रास्ता अपनाया। महाराजगंज से आई एक महिला ने भी खुद को आग लगा ली थी, जिससे उसकी मौत हो गयी।
अखिलेश ने कहा कि शायद भाजपा के पास कोई योजना नहीं होने से इसका नेतृत्व हताशा में डूब गया है। मुख्यमंत्री ने यह फार्मूला अपना रखा है जनता के नाम जो समाजवादी पार्टी का काम, बस उसे कर लेना है अपने नाम। उन्होंने कहा भाजपा नेतृत्व यह नहीं भूले कि जनता भी सच जानती और पहचानती है। जैसे ही विधानसभा चुनाव 2022 की घड़ी आएगी, वह अपने मतों से दूध का दूध और पानी का पानी कर देगी।