By अंकित सिंह | Jan 23, 2020
संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ उत्तर प्रदेश में जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग SIMI और PFI के आह्वान पर कल तक हर जगह आग लगा रहे थे, उन्हें अब यह पता चल गया है कि उनकी अवैध संपत्तियों को जब्त कर लिया जाएगा। इसलिए वो घबराए हुए हैं। योगी ने आगे कहा कि अब उन्होंने अपने महिलाओं और बच्चों को आगे बढ़ाया है और अशांति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं।
आगरा में जेपी नड्डा की रेली में संबोधित करते हुए योगी ने साफ कहा कि चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार और प्रशासन अपनी शैली में इसका हल ढूंढेगा। सभी को अपनी बात रखने और विरोध करने का अधिकार है, लेकिन इसके बहाने देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की स्वतंत्रता किसी के पास नहीं है। योगी ने बुधवार को कहा था कि CAA का विरोध करने वालों ने अपने घर की महिलाओं को चौराहे-चौराहे पर बैठाना शुरू कर दिया है, कितना बड़ा अपराध की पुरुष घर में सो रहा है रजाई ओढ़ के, और महिलाओं के आगे करके चौराहे-चौराहे पर बैठाया जा रहा है।
दूसरी ओर, सपा और कांग्रेस ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ हो रहे आंदोलन के दौरान आजादी के नारे लगाने को देशद्रोह बताने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान की निंदा करते हुए गुरुवार को कहा कि तानाशाह की भाषा बोल रहे योगी अपना लोकतांत्रिक हक मांग रही महिलाओं को धमका रहे हैं। विधानसभा में सपा और विपक्ष के नेता रामगोविंद चौधरी ने आजादी के नारे लगाने को देशद्रोह बताने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुधवार के बयान पर कहा आजादी की लड़ाई के दौरान अंग्रेज भी स्वतंत्रता सेनानियों को आतंकवादी कहते थे। अब उनके वंशज या उनका साथ देने वालों के वंशज आजादी के नारे लगाने वालों को देशद्रोही कह रहे हैं, तो इसमें बुरा मत मानिये। उनकी उल्टी गिनती शुरू हो गई है। वे इसीलिए बड़बड़ा रहे हैं।