By दिव्यांशी भदौरिया | Oct 25, 2024
दिवाली का त्योहार आने में ज्यादा दिन नहीं बचें हैं। ऐसे में सभी लोग अपने घर की साफ-सफाई में लग चुके होंगे। घर के हर कोने-कोने चमकाने के बाद शरीर तो थक ही जाता है इसके साथ ही चेहरे की चमक भी गायब हो जाती है। अगर आप चेहरे का खोया निखार वापस पार्लर के किसी केमिकल ट्रीटमेंट या फेशियल के बिना लौटान चाहते हैं तो आप अपने रुटीन में पर्वतासन योग को जरुर शामिल करें। यह योग शरीर को डिटॉक्स करके इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाता है। जिससे त्वचा में नेचुरल ग्लो आता है।
पर्वतासन योग करने का तरीका
इस योग को करने के लिए आप सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की मुद्रा में बैठकर अपने पैरों को सामने की ओर फैलाकर हाथों को शरीर के बगल में रखते हुए पद्भासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब अपना दाहिना पैर बाईं जांघ पर और बायां पैर दाईं जांघ पर रखकर 5 सेकेंड धीरे-धीरे गहरी सांस लें। फिर आप नमस्कार मुद्रा में अपनी हथेलियों को मिलाएं और हाथों को सिर के ऊपर की ओर खीचें। ऐसा करते हुए अपने हिप्स को जमीन पर रखते हुए हाथों को ऊपर की ओर खीचें। इसको करने से आपके शरीर में खिंचाव का अनुभव होगा। करीब 30-40 सेकेंड के लिए इस मुद्रा को करने के बाद सामान्य रुप से सांसों को छोड़ते हुए हाथों को नीचे करते हुए धीरे-धीरे अपनी पहली वाली मुद्रा में वापस आ जाएं।
ये लोग बरतें सावधानियां
जिन लोगों को रीढ़ की हड्डी में दर्द, डायरिया, अस्थमा की समस्या, गर्दन में दर्द या अकड़न महसूस होने पर, कंधे, हाथ या घुटने में दर्द होने पर, आर्थराइटिस की समस्या है, तो यह लोग पर्वतासन योग का अभ्यास नहीं करें। यदि आप पहली बार योग कर रहे हैं तो पर्वतासन योग का अभ्यास किसी ट्रेनर की देखरेख में ही करें।
पर्वतासन करने से चेहरे पर निखार कैसे बढ़ता है?
फेशियल मसल्स की टोनिंग
पर्वतासन व्यक्ति के पोश्चर में सुधार करके चेहरे की मसल्स को टोन करता है। जिस वजह से चेहरे पर चमक आती है।
ब्लड सर्कुलेशन में सुधार
पर्वतासन करने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। बॉडी में खून का दौरा अच्छा होने से त्वचा को ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिलते हैं, जिस कारण से चेहरे पर निखार आता है।
तनाव होता है दूर
यदि आप इस योग को नियमित रुप से करते हैं तो आपका तनाव कम हो सकता है। तनाव होने की वजह से चेहरे के दाग-धब्बे और झुर्रियां को कम करने में मदद मिलती है।
मजूबत पाचन तंत्र होता है
पर्वतासन योग करने पेट संबंधित समस्याएं भी ठीक होती है। पाचन के लिए जरुरी सभी रसों को स्त्राव होता है। इससे अपच और कब्ज की समस्या नहीं होती है।