By अंकित सिंह | Feb 23, 2023
कर्नाटक में इस साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। चुनावी साल में कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा ने चुनावी राजनीति से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने विधानसभा में अपने विदाई भाषण में कहा कि वह अंतिम सांस तक इमानदारी से पार्टी को मजबूत करने और उसे सत्ता में लाने का प्रयास करते रहेंगे। बीएस येदियुरप्पा की गिनती भाजपा के उन नेताओं में होगी जिन्होंने दक्षिण भारत में पार्टी को मजबूत करने का काम किया है। दक्षिण भारत के एकमात्र राज्य कर्नाटक में येदियुरप्पा चार बार मुख्यमंत्री पद की कुर्सी संभाल चुके हैं। हालांकि येदियुरप्पा ने यह भी कहा कि उनके घर बैठने का कोई सवाल नहीं है। वह विधानसभा सत्र के बाद राज्य का दौरा करेंगे और भाजपा तथा उसके उम्मीदवारों के लिए प्रचार करेंगे।
येदियुरप्पा ने भाजपा के विधायकों से लोगों के बीच विश्वास के साथ जाने और वोट मांगने का आग्रह किया। इसके साथ उन्होंने दावा किया कि भाजपा स्पष्ट रूप से बहुमत के साथ एक बार फिर से सत्ता में वापसी करेगी। भावनात्मक होते हुए येद्दयुरप्पा ने कहा कि अगर भगवान मुझे शक्ति देता है तो मैं अगले चुनाव में भी जो इस चुनाव के 5 साल बाद होगा, भाजपा को सत्ता में लाने के लिए प्रयास करूंगा। आपको बता दें कि उम्र की वजह से यह येदियुरप्पा को पिछले साल मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। येदियुरप्पा के इस्तीफे के बाद बसवराज बोम्मई को भाजपा ने कर्नाटक का मुख्यमंत्री बनाया था।
विधानसभा का सत्र शुक्रवार को समाप्त हो रहा है और येदियुरप्पा ने कहा, यह एक तरह से मेरी विदाई है, क्योंकि मैं इसके बाद विधानसभा में तो आ सकता हूं और न ही बोल सकता हूं। इस पर विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी और संसदीय कार्य मंत्री जे सी मधुस्वामी ने हस्तक्षेप किया और कहा कि येदियुरप्पा शुक्रवार को सदन में अपना अंतिम भाषण देंगे।