By अनन्या मिश्रा | Sep 26, 2024
पर्यावरण स्वच्छ रखने से हम सभी साफ हवा में सांस ले पाते हैं। लेकिन पर्यावरण की क्षति होने पर हमें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना पडता है। ऐसे में यह हमारा कर्तव्य बनता है कि जिस तरह से हम अपनी हेल्थ का ध्यान रखते हैं, ठीक उसी तरह से हमें पर्यावरण के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की जरूरत होती है।
ऐसे में हर साल 26 सितंबर को विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरुक करना है। इसलिए आज इस आर्टिकल के जरिए हम आपको विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस के इतिहास महत्व और थीम के बारे में बताने जा रहे हैं।
साल 2024 की थीम
हर साल विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस के मौके पर खास थीम रखी जाती है। इस बार भी इंटरनैशनल फेडरेशन ऑफ एनवायरमेंटल हेल्थ यानी IFEH ने 'पर्यावरणीय स्वास्थ्य: आपदा जोखिम में कमी, जलवायु परिवर्तन में कमी और अनुकूलन के माध्यम से समुदायों का निर्माण करना' थीम रखी है।
इतिहास
बता दें कि साल 2011 में इंटरनैशनल फेडरेशन ऑफ एनवायरमेंटल हेल्थ ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व को उजागर करने के लिए विश्व पर्यावरण स्वास्थ्य दिवस मनाने की पहल की थी। इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद पॉल्यूशन से निपटना, टिकाऊ जीवन पद्धतियां अपनाने, अपशिष्ट प्रबंधन करना और सभी लोगों के लिए पर्यावरण को स्वच्छ और स्वस्थ बनाए रखना है।
महत्व
अगर कोई व्यक्ति अपने स्तर पर पर्यावरण को बचाने का प्रयास करें और अधिक संसाधनो का जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल न करने के साथ प्रदूषण को बढ़ावा न दे। तो पर्यावरण की सुरक्षा हो सकती है। इस तरीके को अपनाकर कई बड़ी आपदाओं को रोका जा सकता है। लाइफस्टाइल की किन आदतों को अपनाकर पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दिया जाए और किस तरह से पर्यावरण की क्षति को रोका जा सकता है। इस दिन लोगों को इन सारी जरूरी बातों के बारे में जागरुक किया जाता है।