By अभिनय आकाश | Nov 18, 2024
रूस यूक्रेन के बीच 33 महीने से जंग जारी है। दोनों देशों के बीच के संघर्ष में अब तक हजारों लोगों की मौत हुई है। जबकि लाखों लोग जख्मी हुए हैं। स्थानीय रिपोर्टों में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद 17 नवंबर की रात भर में यूक्रेन के कई क्षेत्रों में कम से कम सात लोग मारे गए और 19 घायल हो गए। यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने हमलों को बड़े पैमाने पर संयुक्त हमले के रूप में वर्णित किया। यूक्रेन की तरफ से दावा किया गया कि रूस की तरफ से किए गए अटैक में कम से कम 120 मिसाइलें और 90 ड्रोन शामिल थे। हमले का मकसद यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना था। स्टोरीफुल ने स्वतंत्र रूप से रूसी सेना द्वारा दागे गए ड्रोन और मिसाइलों की संख्या की पुष्टि नहीं की है। मायकोलाइव क्षेत्रीय सैन्य प्रशासन द्वारा प्रकाशित फुटेज में शहर में कई क्षतिग्रस्त इमारतें दिखाई दे रही हैं। सैन्य प्रशासन ने कहा कि हमले के परिणामस्वरूप शहर में दो लोग मारे गए और सात घायल हो गए।
रूस यूक्रेन जंग के बीच अमेरिका ने बड़ा फैसला ले लिया है। खबरों के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 19 जनवरी 2025 को पूरा होने वाले कार्यकाल से पहले ही यूक्रेन को रूस पर अटैक के लिए मिसाइल के इस्तेमाल की अनुमति दे दी है। बाइडेन प्रशासन ने यूक्रेन को बताया है कि वो रूस के अंदर सीमित हमलों के लिए अमेरिका के आर्मी टेक्टिकल मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल कर सकता है। आर्मी टेक्टिकल सिस्टम (एटीएसीएमएस) एक सुपरसॉनिक बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम है और इसका निर्माण अमेरिकी डिफेंस कंपनी करती है।
अमेरिकी ने पहले ऐसे हमलों की अनुमति देने से मना कर दिया था। उसे डर था कि इससे रूस यूक्रेन युद्ध ज्यादा बड़ा हो जाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ये प्रमुख नीतिगत बदलाव डोनाल्ड ट्रंप को सत्ता सौंपने से दो महीने पहले किया है। यूक्रेन एक साल से अधिक समय से यूक्रेन के अंदर रूसी कब्ज़े वाले ठिकानों पर आर्मी टेक्टिकल मिसाइल सिस्टम यानि एटीएसीएमएस का इस्तेमाल कर रहा है।